छठ पूजा: सूर्य की अराधना का स्त्रोत
साहित्यछठ पूजा: सूर्य की अराधना का स्त्रोत /// जगत दर्शन न्यूज छठ पूजा, जिसे सूर्य षष्ठी भी कहते हैं, केवल एक त्यौहार …
छठ पूजा: सूर्य की अराधना का स्त्रोत /// जगत दर्शन न्यूज छठ पूजा, जिसे सूर्य षष्ठी भी कहते हैं, केवल एक त्यौहार …
रिद्धि और सिद्धि : अलौकिक अद्भुत शक्तियाँ ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य रिद्धि …
विजयादशमी का आह्वान : अंतस के राम को जगाएँ ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य विजयाद…
मंत्र : ऊर्जा का विज्ञान ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य मंत्र केवल ध्वनि नहीं, बल…
छंद: हिंदी साहित्य का श्रृंगार ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य छंद-बद्ध कविता सिर्…
ईश्वर : सर्वत्र है सर्व व्यापी है ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य प्रत्येक प्राणी …
सेवा और परोपकार का मार्ग: “तेन त्यक्तेन भुञ्जीथा” ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य भ…
सजगता-आत्मा का दर्पण ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य हर बदलाव की शुरुआत आत्म चिंतन…
संवादों की खिड़कियाँ (सच्ची कहानियों पर आधारित एक भावात्मक विश्लेषण) लेखिका-डाॅ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा समीक्षक- ड…
🌹 खुशबू 🌹 ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य धुआं होने की खुशबू को इजाज़त क्यूँ दीजि…
जीवन में इच्छा, ध्यान एवं कर्म शक्ति का महत्व! ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य हमारे…
अनुराग ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य हुए मुदित मन कलियों के.. खिले हैं पुष्पों क…
आधुनिकता की दीवार में दरकते रिश्तें! डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन न्यूज रिश्ते हमारे जीवन क…
बाल मीमांसा निर्मल-पावन, कोमल-निश्छल बाल हृदय की लघु मीमांसा। न शब्दों की, न ध्वनियों की, जाने कोई भाषा.. आतुर हर क्ष…
माँ शारदे वंदना: आत्म-अभिव्यक्ति ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 माँ शारदे वंदना नमन करूं हे शारदे माता, …
गीत- सुनो कान्हा! ✍️डॉ कंचन मखीजा मेरे अंतर के तुम हो प्राण, हो मेरे जीवन की पहचान। मैं तुझ संग नेह लगाऊं.. प्रीत …
जीवन जीने की कला: त्रिवेणी आहार, विचार और व्यवहार ✍️डॉ. कंचन मखीजा यह कोई साधारण विषय नहीं है। यह वह गूढ़ विज्ञान ह…
शुक्रिया में.. ✍️डॉ. कंचन मखीजा तेरी दोस्ती के हर दुआ कम है। सजदे में उठ रहे हाथ.. खुशी से आंख नम है।। सवारूं निखारुं य…
तेरी नज़र से ही खुद को पहचाना मैने! डाॅ.कंचन मखीजा ए ज़माने! तेरी नज़र से ही खुद को पहचाना मैने। हूँ मैं किस मिट्टी …
आध्यात्मिक और नैतिक दृष्टिकोण आत्मा का न जन्म होता है, न मृत्यु! ✍️डॉ कंचन मखीजा भारतीय दर्शन में शास्त्र, वेद, उपनिष…