जीवन में इच्छा, ध्यान एवं कर्म शक्ति का महत्व!
साहित्यजीवन में इच्छा, ध्यान एवं कर्म शक्ति का महत्व! ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य हमारे…
जीवन में इच्छा, ध्यान एवं कर्म शक्ति का महत्व! ✍️डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन साहित्य हमारे…
आधुनिकता की दीवार में दरकते रिश्तें! डॉ. कंचन मखीजा, रोहतक, हरियाणा, 9991186186 /// जगत दर्शन न्यूज रिश्ते हमारे जीवन क…
वस्तु एवं सेवा कर (GST): एक व्यापक अवलोकन! /// जगत दर्शन न्यूज भारत में कर प्रणाली को सरल और पारदर्शी बनाने के उद्देश्…
रानी दुर्गावती: वीरता और आत्मबलिदान की अमर प्रतीक! 24 जून: बलिदान दिवस पर विशेष लेख! भारतवर्ष के इतिहास में कई वीरांग…
जीवन जीने की कला: त्रिवेणी आहार, विचार और व्यवहार ✍️डॉ. कंचन मखीजा यह कोई साधारण विषय नहीं है। यह वह गूढ़ विज्ञान ह…
नई कर व्यवस्था बनाम पुरानी कर व्यवस्था: कौन-सी आपके लिए लाभदायक है? ✍️प्रकाश कुमार भारत सरकार ने करदाताओं को दो विकल्…
आयकर: आम आदमी के लिए एक सरल मार्गदर्शक! ✍️ प्रकाश कुमार (चार्टड अकाउंटेंट) क्या आप आयकर (Income Tax) के बारे में सोचते …
आध्यात्मिक और नैतिक दृष्टिकोण आत्मा का न जन्म होता है, न मृत्यु! ✍️डॉ कंचन मखीजा भारतीय दर्शन में शास्त्र, वेद, उपनिष…
भारतीय दर्शन में आध्यात्मिक और नैतिक दृष्टिकोण! ✍️डॉ कंचन मखीजा भारतीय दर्शन में शास्त्र, वेद, उपनिषद और भगवद्गीता और…
7 जून: नस्लवाद के विरुद्ध गांधी का संकल्प और आज की सीख! इतिहास की एक क्रांतिकारी रात: 7 जून 1893 आज ही के दिन, 7 जून 18…
फलों का सरताज है आम! ✍️ डॉ. कविता परिहार, नागपुर (महाराष्ट्र) पेड़ों में लटकते आम बरबस ही हमारा ध्यान खींच लेते हैं। आ…
रचना धर्मिता और अध्यात्मिक प्रासंगिकता! -✍️डॉ. कंचन मखीजा आज के डिजिटल युग में पत्रकारिता की जिम्मेदारियां पहले से कहीं…
सशक्त राष्ट्र के लिए नशामुक्त समाज का होना आवश्यक है! नशाखोरी एक दुर्गुण ही नहीं रोग है- महात्मा गांधी राष्ट्रपिता …
चिंतन और नजरिया: पाकिस्तान का संकट 1971 के शिमला समझौते की जगह भारत पाकिस्तान के बीच नये समझौते की जरूरत! ✍️राजीव कुम…
आतंकवाद विरोध के राजनीतिक आंदोलन से ज्यादा सामाजिक आंदोलन को तेज करने की जरूरत! आतंकवाद विरोध दिवस 21 मई पर विशेष ✍️ड…
मातृ दिवस: प्रत्येक दिवस विशेष! ✍️रश्मि दुबे (शिक्षिका) प्रेमनगर, जिला बरेली उत्तर प्रदेश हम होली - दिवाली मनाने वाले, …
मानवता के रक्षक थे सर हेनरी डुनांट! (विश्व रेडक्रॉस दिवस 8 मई पर विशेष) हेनरी डुनांट (1828-1910) एक स्विस व्यवसा…