मेरे पापा...
साहित्यपितृ दिवस पर कविता : मेरे पापा... ✍️प्रिया पाण्डेय "रोशनी " वह कौन से शब्द लिखूँ , जिसमें मैं अपने पापा का वर…
पितृ दिवस पर कविता : मेरे पापा... ✍️प्रिया पाण्डेय "रोशनी " वह कौन से शब्द लिखूँ , जिसमें मैं अपने पापा का वर…
अपने जन्मदिन पर एक पक्का सा वायदा मेरा! ✍🏻 किरण बरेली! आशाओं के अम्बर पर लिखा मैंने अपने जन्मदिन पर एक पक्का सा वायद…
आध्यात्मिक और नैतिक दृष्टिकोण आत्मा का न जन्म होता है, न मृत्यु! ✍️डॉ कंचन मखीजा भारतीय दर्शन में शास्त्र, वेद, उपनिष…
तेरे कृपा बिन जीव दुखारी, आकर गए लगाओ! (सरयू स्तुति) ✍️बिजेन्द्र कुमार तिवारी कोटिन जीव जियत जल माहीं, शहर बसे कई तीर।…
दीपा टाक के कहानी संग्रह ‘इश्क का बुखार’ का हुआ भव्य लोकार्पण, प्रेम के विविध आयामों पर हुई चर्चा ///जगत दर्शन न्यूज ज…
भारतीय दर्शन में आध्यात्मिक और नैतिक दृष्टिकोण! ✍️डॉ कंचन मखीजा भारतीय दर्शन में शास्त्र, वेद, उपनिषद और भगवद्गीता और…
7 जून: नस्लवाद के विरुद्ध गांधी का संकल्प और आज की सीख! इतिहास की एक क्रांतिकारी रात: 7 जून 1893 आज ही के दिन, 7 जून 18…
पर्यावरण दिवस पर आरजेएस का 368वां कार्यक्रम आयोजित, कविता और विचारों से दिया पर्यावरण संरक्षण का संदेश! /// जगत दर्शन …
फलों का सरताज है आम! ✍️ डॉ. कविता परिहार, नागपुर (महाराष्ट्र) पेड़ों में लटकते आम बरबस ही हमारा ध्यान खींच लेते हैं। आ…
आपरेशन सिंदूर ✍️मुन्ना राम मेघवाल भारत ने आंतकवाद का सफाया किया, भारतीय वीरो ने अपना शौर्य दिखाया। हिमताज के पार आंतक प…
रचना धर्मिता और अध्यात्मिक प्रासंगिकता! -✍️डॉ. कंचन मखीजा आज के डिजिटल युग में पत्रकारिता की जिम्मेदारियां पहले से कहीं…
अहिल्याबाई होल्कर की राष्ट्र भक्ति को शत शत नमन! (300 वीं जंयती- 31 मई, 2025 पर विशेष) अहिल्याबाई होल्कर का जन्म 31 मई …
पड़ोसन की sympathy ✍️नीरेन कुमार सचदेवा Allopathy हो या homeopathy, उतना असर नहीं करती जितनी पड़ोसन की sympathy. हम ना…
सशक्त राष्ट्र के लिए नशामुक्त समाज का होना आवश्यक है! नशाखोरी एक दुर्गुण ही नहीं रोग है- महात्मा गांधी राष्ट्रपिता …
"शारीरिक शिक्षा का इतिहास, सिद्धांत एवं आधारभूत संरचना" नामक पुस्तक का बिहार खेल विश्वविद्यालय के सभागार में …
चिंतन और नजरिया: पाकिस्तान का संकट 1971 के शिमला समझौते की जगह भारत पाकिस्तान के बीच नये समझौते की जरूरत! ✍️राजीव कुम…
नाद योग से बच्चों ने जाना ध्यान का अनुभव – लखनऊ स्कूल में अनूठा आयोजन! /// जगत दर्शन न्यूज लखनऊ/ प्रेरणा बुड़ाकोटी: लख…
भोजपुरी के सुप्रसिद्ध गीतकार शिवानंद मिश्र ‘शिकारी’ का निधन! ‘हमार बुझाता बबुआ डीएम होइहे...’ जैसे लोकप्रिय गीत के रचयि…
चाय की चुस्की ✍️ मुन्ना राम मेघवाल जब होती हमें थकान है, याद आती तुरन्त चाय है। सुबह सुबह उठते ही हमारी, चाय के साथ होत…
डॉ. ऋषिका वर्मा को “सीमा अपराजिता पुरस्कार 2025” से सम्मानित! ///जगत दर्शन न्यूज नई दिल्ली/संवाददाता प्रेरणा बुड़ाकोटी…