मांझी: चौकीदार ने वायरल वीडियो को बताया फर्जी, शराब माफिया पर AI से षडयंत्र रचने का लगाया आरोप
सारण (बिहार) संवाददाता नितेश सिंह: मांझी थाना क्षेत्र के महम्मदपुर महाल में कार्यरत चौकीदार ललन मांझी ने अपने खिलाफ सोशल मीडिया पर वायरल हुए कथित शराब पीने के वीडियो को पूरी तरह फर्जी बताया है। उन्होंने सारण के पुलिस अधीक्षक डॉ. कुमार आशीष को एक लिखित पत्र सौंपकर कहा कि यह वीडियो एक सोची-समझी साजिश के तहत बनाया गया है, जिसका उद्देश्य उनकी छवि को धूमिल करना और उन्हें फंसाना है।
ललन मांझी ने गंभीर आरोप लगाया है कि क्षेत्र का कुख्यात शराब माफिया अमरनाथ पाण्डेय पहले से ही उन्हें फंसाने की धमकी देता रहा है। उनका कहना है कि वे अक्सर पुलिस के साथ मिलकर शराब तस्करी के गोरखधंधे का भंडाफोड़ करते रहे हैं। इसी कारण अमरनाथ पाण्डेय उनसे नाराज था और बदला लेने की नीयत से उसने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) तकनीक का इस्तेमाल करके यह वीडियो तैयार कराया और फेसबुक सहित अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर वायरल कर दिया।
चौकीदार ने अपने पत्र में स्पष्ट कहा है कि यदि वीडियो की निष्पक्ष तकनीकी जांच कराई जाए तो उनकी बेगुनाही साबित हो जाएगी। उन्होंने मांग की है कि पुलिस इस मामले में गहराई से जांच करे ताकि सच्चाई सामने आ सके और षडयंत्रकारी तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा सके।
बताते चलें कि दो दिन पूर्व ललन मांझी का एक कथित शराब पीते हुए वीडियो फेसबुक पर वायरल किया गया था। वीडियो वायरल होने के बाद इसकी शिकायत सीधे सारण एसपी से की गई थी। शिकायत पर गंभीरता दिखाते हुए एसपी डॉ. कुमार आशीष ने मामले की जांच का आदेश दे दिया है। इस घटना ने न केवल प्रशासन बल्कि आम जनता का ध्यान भी खींचा है, क्योंकि यह मामला अब सोशल मीडिया और स्थानीय राजनीति में चर्चा का विषय बन चुका है।
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सारण जिले में वायरल वीडियो की जांच
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सारण पुलिस द्वारा वायरल वीडियो जांच आदेश
सारण जिले के मांझी थाना क्षेत्र में चौकीदार ललन मांझी ने शराब पीते वायरल वीडियो को फर्जी बताया। उन्होंने शराब माफिया पर एआई तकनीक से षडयंत्र रचने और उन्हें फंसाने का आरोप लगाया। पुलिस अधीक्षक ने जांच का आदेश दिया है।

