हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वलेहे वसल्लम के जन्मदिवस पर मनाया गया ईद ए मिलाद उन नबी!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो अलेहे वसल्लम साहब का मानना था कि नेक इंसान वही है जिसमें मानवता होती है। इस्लाम कभी भी बुरे कर्मों की इजाजत नहीं देता। इस्लाम हमेशा से अमन चैन पसंद करता है। यह बातें हसरत जलाल शाह के मजार पर आयोजित समारोह में वक्ताओं ने कहीं। इससे पहले माँझी प्रखंड क्षेत्र में हर्षोल्लास के साथ हजरत मोहम्मद सल्लल्लाहो वलेहे वसल्लम के जन्मदिवस पर ईद ए मिलाद उन नबी मनाया गया। इस मौके पर प्रखंड के विभिन्न गाँवों से जुलूस निकाला गया जो कर्बला तक जाकर संपन्न हो गया। इस मौके पर मस्जिदों व मोहल्लों को दुल्हन की तरह सजाया सँवारा गया था। लोग नहा धोकर सफा पगड़ी बांधे हाथ में इस्लामी तिरंगा लिए लहराते हुए चल रहे थे।
वहीं दूसरी तरफ जुलूस में शामिल लोग माइक के जरिये नात शरीफ पढ़ रहे थे। जुलूस को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन से जुड़े पदाधिकारी व पुलिसकर्मी मुस्तैद रहे। सीओ धनंजय कुमार तथा थानाध्यक्ष अशोक कुमार दास खुद मोनेटरिंग कर रहे थे। जहां तहां रास्ते में लोगों के द्वारा शीरनी पानी का इंतजाम किया गया था। माँझी के गुर्दाहां खुर्द, नवलपुर ,हसन अली बाजार, गढ़ बाजार तथा,माली टोला आदि कई जगहों से जुलूस निकाला गया। जुलूस मुख्य मार्गो से होते हुए जलाल शाह के मजार पर पहुंचा। जहां तकरीर एवं नात पेश किया गया।
इस मौके पर अख्तर अली ,अफजल खां, सिकंदर अली, हसनुद्दीन खान, मुराद खान, नवाब खान, सदाब खान, ताबिश जुबैर, नबी हसन खान, बबलू खान, डब्लू खान, रोजा खान तथा शादाब कुरैशी आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।