मेरे पापा...
साहित्यपितृ दिवस पर कविता : मेरे पापा... ✍️प्रिया पाण्डेय "रोशनी " वह कौन से शब्द लिखूँ , जिसमें मैं अपने पापा का वर…
पितृ दिवस पर कविता : मेरे पापा... ✍️प्रिया पाण्डेय "रोशनी " वह कौन से शब्द लिखूँ , जिसमें मैं अपने पापा का वर…
अपने जन्मदिन पर एक पक्का सा वायदा मेरा! ✍🏻 किरण बरेली! आशाओं के अम्बर पर लिखा मैंने अपने जन्मदिन पर एक पक्का सा वायद…
तेरे कृपा बिन जीव दुखारी, आकर गए लगाओ! (सरयू स्तुति) ✍️बिजेन्द्र कुमार तिवारी कोटिन जीव जियत जल माहीं, शहर बसे कई तीर।…
आपरेशन सिंदूर ✍️मुन्ना राम मेघवाल भारत ने आंतकवाद का सफाया किया, भारतीय वीरो ने अपना शौर्य दिखाया। हिमताज के पार आंतक प…
अहिल्याबाई होल्कर की राष्ट्र भक्ति को शत शत नमन! (300 वीं जंयती- 31 मई, 2025 पर विशेष) अहिल्याबाई होल्कर का जन्म 31 मई …
पड़ोसन की sympathy ✍️नीरेन कुमार सचदेवा Allopathy हो या homeopathy, उतना असर नहीं करती जितनी पड़ोसन की sympathy. हम ना…
चाय की चुस्की ✍️ मुन्ना राम मेघवाल जब होती हमें थकान है, याद आती तुरन्त चाय है। सुबह सुबह उठते ही हमारी, चाय के साथ होत…
कौन हो तुम? ✍️बिजेन्द्र कुमार तिवारी बोल तेरा क्या धर्म है प्यारे, क्या तेरा ईमान। जात पूछकर जान मारता, क्या त…
आज़ की नारी ✍️ मुन्ना राम मेघवाल देखो यह है आज की नारी, जीवन पथ पर बढ़ती प्यारी। पापा की लाडली है परी, आगे बढ़ने की कर…
संक्षिप्त महाभारत (काव्य रूप) ✍️ बिजेंद्र कुमार तिवारी पाण्डु पुत्र पाण्डव भये, कौरव धृतराष्ट्र संतान। हस…
संक्षिप्त श्रीमद्भागवत ✍️ बिजेन्द्र कुमार तिवारी कारागार में जन्म लिए हरि, देवकी गर्भ को धन्य बनायो। वासुदेव संग हरषि…
जब प्राण तन से छुटे! /// जगत दर्शन न्यूज बिजेन्द्र कुमार तिवारी (बिजेन्दर बाबू) 7250299200 आश मिटी विश्वास मिटा, मिटा स…
खंजर चाकू तीर....... खंजर, चाकू, तीर से, बने तेज तलवार। गहरा देता घाव मैं, कर लो तनिक विचार।। शब्द खड़ा मुस्का रहा, सदा…
प्रकृति का नववर्ष! ✍️बिजेन्द्र कुमार तिवारी प्रथम दिवस नवरात्र का, प्रकृति का नववर्ष। इस बेला में झूमें गयें, मिलकर सभ…
समुद्र मंथन ऋषि दुर्वासा श्राप से, स्वर्ग भया श्रीहीन। इंद्र सहित सब देवता, हो गए शक्ति विहीन।। श्रीहरि के सम्मुख गये, …
मालिक नहीं मेहमान, ना समझे नादान ... बिजेन्द्र कुमार तिवारी (बिजेन्दर बाबू) मालिक नहीं मेहमान ना समझे नादान ... जिसके उ…
विश्व कविता दिवस पर हिंदी महिला समिति द्वारा हुआ काव्य सम्मेलन! ///जगत दर्शन न्यूज नई दिल्ली: विश्व कविता दिवस पर हिंदी…
बच्चों को कोमल हंसी सबको भाती जाती है, पर उसके अंदर की छुपी हुई रहस्य से हम शायद अनभिज्ञ ही रहते है। हिंदी साहित्य की ज…
नारी तू नारायणी है ✍️ प्रिया पाण्डेय "रोशनी" (हुगली, पश्चिम बंगाल) नारी तू नारायणी हैं, बस तुम्हें अपनी शक्त…
मुँह दिखला दो साहब, फिर मैं आंसू नहीं बहाऊंगी! तमाम शहीदों को दिल से नमन.... ✍️बिजेंद्र कुमार तिवारी मुँह दिखला दो साहब…