चमकी बुखार को लेकर डीटीएफ की बैठक, जिलाधिकारी ने दिए निर्देश — समन्वय और जागरूकता पर विशेष जोर!
///जगत दर्शन न्यूज
सिवान (बिहार): गर्म और उमस भरे मौसम में बच्चों को प्रभावित करने वाली जानलेवा बीमारी चमकी बुखार (एईएस/जेई) को लेकर सिवान प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में है। बीमारी पर प्रभावी नियंत्रण को लेकर जिला स्तरीय टास्क फोर्स (DTF) की बैठक जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता की अध्यक्षता में संपन्न हुई, जिसमें संबंधित विभागों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए।
बैठक में जिलाधिकारी ने कहा कि “जिले के सभी अधिकारी आपसी समन्वय स्थापित कर बीमारी से संबंधित सभी कार्यों को गंभीरता से लें। गांव और टोले स्तर पर सघन जागरूकता अभियान चलाएं। खासकर संध्या चौपालों के माध्यम से आमजन को जानकारी देना सुनिश्चित किया जाए।” उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि आंगनबाड़ी सेविका, सहायिका, आशा, एएनएम, जीविका दीदी आदि की उपस्थिति अनिवार्य होनी चाहिए।
चमकी बुखार से लड़ने के लिए मुकम्मल तैयारी
- सदर अस्पताल में 10 बेड
- एसडीएच महाराजगंज में 5 बेड
- सीएचसी/पीएचसी में 2-2 वातानुकूलित एईएस बेड
- आवश्यक दवाएं, उपकरण, एम्बुलेंस, ईएमटी की तैनाती
- अति कुपोषित बच्चों की पहचान और एनआरसी में भर्ती की प्रक्रिया सक्रिय
जिलाधिकारी ने विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया कि मुख्यमंत्री परिवहन योजना के अंतर्गत टैग किए गए वाहनों के चालकों की उपस्थिति सुनिश्चित की जाए, ताकि ग्रामीण क्षेत्रों से मरीजों को समय पर अस्पताल लाया जा सके।
प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की संयुक्त पहल से एईएस/जेई पर प्रभावी नियंत्रण की दिशा में प्रयास जारी हैं। ग्रामीण और शहरी क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों से भी अपील की गई है कि वे जागरूकता अभियान में सक्रिय भागीदारी निभाएं।