पोषण वाटिका विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न!
सब्जी और फल कब और कैसे उगाएं, किसानों को किया गया प्रशिक्षित!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत कृषि विज्ञान केंद्र मांझी में पोषण वाटिका विषय पर पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का शनिवार को समापन हो गया। इस प्रशिक्षण में जीविका मांझी के वीआरपी, सीएनआरपी, एचएनएस, एमआरपी एवं सीएम ने भाग लिया। प्रशिक्षण के दौरान कृषि विज्ञान केन्द्र के वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ संजय कुमार राय ने सभी प्रशिक्षार्थीयो को पोषण वाटिका के दैनिक जीवन में महत्व के साथ- साथ सभी सब्जियों एवं फलों में मिलने वाले पोषक तत्वों बारे में विस्तार से बताया।
इस संबंध में उद्यान विशेषज्ञ डॉ जितेन्द्र चंदोला ने पोषण वाटिका के लिए जगह का चुनाव, रेखांकन, पोषण वाटिका का साइज, पोषण वाटिका में साल भर कौन- कौन सी सब्जी उगाए तथा पोषण वाटिका में सब्जियों एवं फलों के पौधे लगाने के विधियों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। विशेषज्ञ कृषि अभियांत्रिकी डॉ सुषमा टम्टा ने पोषण वाटिका में उपयोग होने वाली मशीनों के महत्त्व एवं उपयोगिता के बारे में विस्तृत में जनकारी दी।
वहीं डॉ विजय कुमार ने मिट्टी के जांच एवं औषधीय पौधों के महत्त्व के बारे में जानकारी दी। प्रशिक्षण के अंतिम दिन सभी महिलाओं एवं पुरुषों के साथ पोषण वाटिका पर प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें एक से 10 स्थान ग्रहण करने वाली महिलाओं एवं पुरुषों को ग्रबर पुरस्कार स्वरूप दिया गया। प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी महिलाओं एवं पुरुषों को सहजन, एलोवेरा, लेमन घास आदि का पौधा भी वितरित किया गया। प्रशिक्षुओं और केंद्र के कर्मचारियों द्वारा " स्वछत्ता अभियान भी चलाया गया एवं हिंदी पखवाड़ा के महत्त्व के साथ के बारे में भी विशेषज्ञो के द्वारा बताया गया। वहीं समापन समारोह में जीर विनायक, जीविका से प्रखंड परियोजना प्रबंधक ऋषि कुमार एवं क्षेत्रीय समन्वयक अजय कुमार श्रीवास्तव की उपस्थिति में सभी प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। डॉ चैतन्या, अमित कुमार, रामा रंजन, राकेश कुमार, उमाशंकर, अवनीश पांडे ने कार्यक्रम के आयोजन में अपना सहयोग दिया।