बड़हरिया के हरदोबारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को मिला राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र!
नेशनल टीम द्वारा एच डब्ल्यू सी में मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का किया जाएगा मूल्यांकन: सिविल सर्जन
सिवान (बिहार): ग्रामीण इलाके के लोगों को घर के पास हीं उच्च गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराना सरकार और स्वास्थ्य विभाग के प्राथमिकताओं में शामिल किया गया है। आयुष्मान आरोग्य मंदिर सह हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है। स्वास्थ्य सेवाओं के गुणवत्ता में सुधार के लिए राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक के तहत प्रमाणीकरण किया जा रहा है। स्वास्थ्य केंद्रों को अपनी गुणवत्ता का आकलन करने और उसे सुधारने के लिए प्रेरित करते हुए नागरिकों को उच्चतम स्तर की चिकित्सा सेवाएं दिलाना आवश्यक होता है। इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ प्रभात कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक का उद्देश्य सरकारी स्वास्थ्य सेवाओं को वैश्विक स्तर पर सर्वोत्तम मानकों के अनुरूप ढालना है। इसके तहत स्वास्थ्य केंद्रों के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के आधार पर मूल्यांकन किया जाता है। इन मानकों में साफ- सफाई, मरीजों को मिलने वाली सुविधाएं, उपकरणों की स्थिति, उपचार की प्रक्रिया और रोगियों की संतुष्टि शामिल हैं। साथ ही मानक संचालन प्रक्रियाओं के पालन की भी जांच की जाती है। राज्य स्तरीय टीम द्वारा निरीक्षण को लेकर स्थानीय आयुष्मान आरोग्य मंदिर की सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) मनीषा कुमारी, बीएचएम अंजनी कुमार, ए एन एम रूपम कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मियों के बदौलत राज्य स्तरीय टीम द्वारा प्रमाणीकरण किया गया है।
जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन (डीसीक्यूए) डॉ अभिमन्यु कुमार ने बताया कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एन क्यू ए एस) के अनुसार राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा नामित अधिकारियों द्वारा अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी ली गई है, जिसके आधार पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर हरदोबारा को 84 प्रतिशत अंक प्रदान किया गया है। हालांकि अब संबंधित स्वास्थ्य केंद्र को राष्ट्रीय स्तर के प्रमाणीकरण के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए संबंधित अस्पताल के चिकित्सा अधिकारियों, स्वास्थ्य कर्मियों के साथ साथ जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारियों और सहयोगी संस्था पीरामल स्वास्थ्य द्वारा आवश्यक सहयोग प्रदान किया गया है। इसके बाद संबंधित अस्पताल को नेशनल एनक्यूएएस प्रमाणपत्र के तैयार करते हुए नेशनल स्वास्थ्य विभाग को आवेदन किया जाएगा। इसके बाद नेशनल टीम द्वारा अस्पताल का मूल्यांकन करते हुए अस्पताल को प्रमाणपत्र जारी किया जाएगा।
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम विशाल कुमार सिंह ने बताया कि जिले के विभिन्न हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों में संचालित सुविधाओं के अलावा गैर संचारी रोग नियंत्रण सुविधा, राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रम में शामिल कालाजार, फाइलेरिया, टीबी सहित कई अन्य प्रकार की बीमारियों पर नियंत्रण की सुविधा, ओपीडी और आईपीडी व्यवस्था शामिल हैं। जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन (डीसीक्यूए) डॉ अभिमन्यु कुमार के नेतृत्व में क्षेत्रीय और जिला स्तरीय अधिकारियों द्वारा बड़हरिया प्रखंड अंतर्गत हरदोबारा गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का अवलोकन अप्रैल महीने में किया गया था। जिसमें टीम द्वारा एचडब्ल्यूसी में उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन करते हुए मरीजों को मिल रही व्यवस्था का आंकलन किया गया था। जिसके आधार पर मूल्यांकन टीम ने अस्पताल को 84 प्रतिशत अंक प्रदान किया गया है। इन सभी व्यवस्था में 70 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होने के बाद ही स्वास्थ्य संस्थान को स्वास्थ्य विभाग द्वारा राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र जारी किया गया है।
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि सामुदायिक स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराने के लिए जिले के सभी प्रखंड के विभिन्न क्षेत्रों में हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों का संचालन किया जा रहा है। इसके द्वारा स्थानीय लोगों को समय पर आसानी से आवश्यक स्वास्थ्य जांच और उपचार सुविधा उपलब्ध कराई जाती है। हेल्थ एंड वेलनेस सेंटरों पर गुणवत्ता पूर्ण स्वस्थ सुविधाओं का मूल्यांकन के लिए राज्य स्वास्थ्य विभाग के प्रतिनिधियों द्वारा अस्पताल का एनक्यूएएस मूल्यांकन किया गया है। जिसके आधार पर राज्य स्वास्थ्य विभाग द्वारा अस्पताल को अंक प्रदान किया गया है। राज्य स्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणपत्र प्राप्त करने के बाद हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर के द्वारा अब नेशनल एनक्यूएएस के लिए तैयारी शुरू कर दिया गया है। बहुत ही जल्द नेशनल टीम द्वारा भी संबंधित अस्पताल में मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं का मूल्यांकन किया जाएगा।