विधानसभा चुनाव की तैयारी शुरू: छपरा में इवीएम का प्रथम स्तरीय जांच कार्य प्रारंभ, पारदर्शिता और सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद!
///जगत दर्शन न्यूज
सारण (बिहार): आसन्न विधानसभा आम चुनाव को लेकर तैयारियां जोर पकड़ चुकी हैं। इसी क्रम में शुक्रवार को छपरा में इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की प्रथम स्तरीय जांच (FLC) की प्रक्रिया शुरू की गई। जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी श्री अमन समीर की देखरेख में इस महत्वपूर्ण कार्य की शुरुआत हुई। उन्होंने बताया कि यह कार्य चुनावी निष्पक्षता और पारदर्शिता बनाए रखने की दिशा में एक अहम कदम है।
सारण को हैदराबाद स्थित इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL) से प्राप्त कुल 6210 बैलेट यूनिट (BU), 4993 कंट्रोल यूनिट (CU) और 6134 वीवीपैट (VVPAT) की मशीनों की जांच की जा रही है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि कोई भी मशीन यदि थोड़ी भी संदिग्ध पाई जाए, तो उसे रिजेक्ट कर दिया जाए। उन्होंने कहा, “एफएलसी जितनी सावधानी से होगा, चुनाव के दौरान उतनी ही कम समस्याएं सामने आएंगी।”
एसओपी का सख्त पालन और सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
उप निर्वाचन पदाधिकारी श्री जावेद इकबाल ने बताया कि भारत निर्वाचन आयोग के स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (SOP) का कड़ाई से पालन किया जा रहा है। वेयरहाउस में किसी भी अनाधिकृत व्यक्ति का प्रवेश वर्जित है। सभी संबंधित अधिकारियों, कर्मचारियों और राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के लिए पहचान पत्र जारी किए गए हैं। हॉल में मोबाइल या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण के साथ प्रवेश सख्त मना है।
राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को लॉगबुक और अन्य पंजी में हस्ताक्षर करने, साथ ही सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील पर साइन करने की अनुमति दी गई है, जिससे पारदर्शिता बनी रहे।
सीधी निगरानी चुनाव आयोग द्वारा
एफएलसी प्रक्रिया की निगरानी तीन स्तरों पर की जा रही है:
1. हाईटेक आईपी कैमरे से वेब टेलीकास्ट के माध्यम से नियंत्रण कक्ष, राज्य निर्वाचन कार्यालय एवं भारत निर्वाचन आयोग द्वारा।
2. वेयरहाउस के अपने सीसीटीवी नेटवर्क द्वारा।
3. वीडियो रिकॉर्डिंग के माध्यम से कार्रवाई के प्रत्येक चरण की दस्तावेजीकरण।
त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था
एफएलसी कोषांग के प्रभारी पदाधिकारी सह नगर आयुक्त श्री सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि जांच स्थल पर त्रिस्तरीय सुरक्षा व्यवस्था की गई है। प्रवेश से पहले मेटल डिटेक्टर जांच और फिक्सिंग प्रक्रिया से गुजरना अनिवार्य है। सुरक्षा के लिए मजिस्ट्रेट और चार सदस्यीय पुलिस बल तैनात किया गया है। एक मेडिकल टीम भी मौके पर मौजूद है।
ECIL के 15 अभियंता कर रहे हैं तकनीकी जांच
डीएमडब्लूओ श्री रवि प्रकाश ने बताया कि यह प्रथम स्तरीय जांच ECIL के 15 अभियंताओं द्वारा पूरी पारदर्शिता से की जा रही है। हर यूनिट को कनेक्ट कर 16 बटन पर 6-6 वोट डाले जा रहे हैं। उसके बाद वीवीपैट पर्चियों से मिलान कर मशीन को पास या रिजेक्ट किया जा रहा है। रिजल्ट को चुनाव आयोग के विशेष एप EMS-0.2 पर अपलोड किया जा रहा है।
प्रमुख राजनीतिक दलों की उपस्थिति
एफएलसी प्रक्रिया की शुरुआत के समय विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि भी उपस्थित रहे। इनमें जदयू से मो. फिरोज, राजद से उपेंद्र यादव, लोजपा से कौशल सिंह और रालोसपा से डॉ. अशोक कुशवाहा प्रमुख थे।