बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रशासन की प्राथमिकता : उपविकास आयुक्त ने की स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा!
/// जगत दर्शन न्यूज
सारण, छपरा | 17 मई, 2025
जिले में आम लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलें, इसके लिए प्रशासन लगातार प्रयासरत है। कुछ प्रखंडों ने स्वास्थ्य सेवाओं के विभिन्न इंडिकेटरों में अच्छा प्रदर्शन किया है, वहीं कुछ क्षेत्रों में अपेक्षित सुधार की आवश्यकता है।
समाहरणालय सभागार में आयोजित समीक्षा बैठक में उपविकास आयुक्त श्री यतेंद्र कुमार पाल ने स्वास्थ्य विभाग के कार्यों की गहन समीक्षा की। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं के हर पहलू पर विस्तृत चर्चा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किए।
बैठक में कहा गया कि ओपीडी में औसत प्रतीक्षा समय को कम करने के लिए विशेष प्रयास किए जाएं। सभी आशा कार्यकर्ताओं का ‘भव्या’ एप पर निबंधन पूर्ण हो चुका है और उन्हें प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है। उपविकास आयुक्त ने निर्देश दिया कि एप के माध्यम से शत-प्रतिशत ऑनलाइन रिपोर्टिंग सुनिश्चित की जाए।
टेली कंसलटेंसी सिस्टम पर विशेष ध्यान
स्पोक एंड हब प्रणाली के तहत टेली कंसलटेंसी सेवाओं में अपेक्षित सुधार लाने के निर्देश दिए गए। सीएचओ द्वारा हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर से हब में बैठे डॉक्टर से मरीजों की बातचीत कराई जाती है और उसी आधार पर उन्हें दवाएं दी जाती हैं। इस सेवा को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया।
गर्भवती महिलाओं की मॉनिटरिंग और आशा पर निगरानी
प्रत्येक आशा कार्यकर्ता के पोषक क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं की सूची के आधार पर एएनसी और प्रसव की निगरानी की जाएगी। निजी अस्पतालों में रेफर किए गए मामलों की ट्रैकिंग भी की जाएगी, जिससे आवश्यकतानुसार संबंधित आशा पर कार्रवाई हो सके।
टीकाकरण और एम्बुलेंस सेवा में सुधार के निर्देश
जिले में 95 प्रतिशत तक संपूर्ण टीकाकरण की उपलब्धि दर्ज की गई है, हालांकि कुछ प्रखंडों में औसत से कम प्रदर्शन पर सुधार के निर्देश दिए गए हैं। 102 एम्बुलेंस सेवा के रिस्पांस टाइम को कम करने और सेवा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए भी स्पष्ट निर्देश दिए गए।
जेनेरिक दवाओं का अनिवार्य उपयोग
सभी सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों को जेनेरिक दवाएं ही प्रेस्क्राइब करने का निर्देश दिया गया है। इसके अनुपालन की निगरानी के लिए सभी पीएचसी, अनुमंडलीय एवं सदर अस्पतालों में रैंडमली प्रेस्क्रिप्शन की जांच की जाएगी।
बैठक में उपविकास आयुक्त के साथ सिविल सर्जन, डीपीएम, सभी एमओआईसी, बीएचएम, बीसीएम सहित स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित थे।