आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफार्म का होगा गठन!
• सीएचओ की अध्यक्षता में होगा गठन, मुखिया-जनप्रतिनिधि और जीविका को किया जायेगा शामिल
• पीएसपी गठन को लेकर सीएचओ, एएनएम और आशा को दिया गया ट्रेनिंग
• स्वास्थ्य सेवाओं को समुदाय स्तर तक पहुंचाने में मदद करेंगे पीएसपी सदस्य
सारण (बिहार): आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर अब पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफार्म का गठन किया जायेगा। सीएचओ की अध्यक्षता में पीएसपी गठित किया जायेगा। जिसमें सीएचओ, आशा, आंगनबाड़ी सेविका, जीविका दीदी, स्कूल टीचर, मुखिया, राशन डीलर, विकास मित्र, सरपंच, वार्ड सदस्य और फाइलेरिया के मरीज को शामिल किया जायेगा। सारण जिले के दिघवारा प्रखंड में सीफार संस्था के तकनीकि सहयोग से आयुष्मान आरोग्य मंदिर पर पीएसपी गठित किया जायेगा। इसको लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र दिघवारा में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रौशन कुमार की अध्यक्षता में प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। जिसमें सीएचओ और एएनएम, आशा को पीएसपी गठन को लेकर विस्तृत जानकारी दी गयी। पीएसपी का उद्देश्य है कि स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच समुदाय तक बढ़े, इसके लिए पीएसपी सदस्य क्षेत्र में जागरूकता फैलायेंगे। इस मौके पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रौशन कुमार, बीसीएम सुधा कुमारी, सीफार के डीपीसी गनपत आर्यन, पीए कृष्ण नंदन सिंह, पीएसआई इंडिया के राजीव श्रीवास्तव समेत अन्य मौजूद थे।
सदस्यों का होगा क्षमतावर्धन
प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि प्लेटफार्म के गठन से पहले सभी सदस्यों का क्षमतावर्धन किया जाएगा। सीएचओ की ओर से आयोजित बैठकों में हर सदस्य को उसकी भूमिका के बारे में जागरूक किया जाएगा। पंचायत के मुखिया अपने क्षेत्र में लोगों को स्वास्थ्य के प्रति जागरूक करेंगे, वहीं जीविका दीदी समूह बैठकों में फाइलेरिया, टीबी जैसी बीमारियों पर चर्चा करेंगी। स्कूल टीचर, राशन डीलर, विकास मित्र और अन्य सदस्य भी समुदाय को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ने में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
क्या है पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफार्म गठन का उद्देश्य:
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रौशन कुमार ने बताया कि इस पहल का उद्देश्य है कि कोई भी व्यक्ति स्वास्थ्य सुविधाओं से वंचित न रह जाए और समय पर उन्हें ज़रूरी सेवाएं प्राप्त हों। पीएसपी के माध्यम से समुदाय में स्वास्थ्य को लेकर एक मजबूत जागरूकता अभियान चलेगा, जिससे आयुष्मान भारत योजना को ज़मीन पर और मजबूती मिलेगी। यह प्लेटफार्म स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता और पहुंच को बढ़ाने में मददगार होगा। पीएसपी सदस्यों की नियमित बैठकें होंगी, जिसमें क्षेत्र की स्वास्थ्य समस्याओं पर चर्चा होगी और उनका समाधान खोजा जाएगा। सीफार संस्था की ओर से तकनीकी सहयोग मिलने से योजना को स्थायित्व और सुदृढ़ता मिलेगी, जिससे ग्रामीण इलाकों में रहने वाले अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच सकेंगी।
हर सदस्य निभाएगा अहम भूमिका:
प्रशिक्षण के दौरान यह भी बताया गया कि पीएसपी का गठन केवल औपचारिक नहीं होगा, बल्कि प्रत्येक सदस्य की स्पष्ट भूमिका तय की जाएगी:
• मुखिया और वार्ड सदस्य पंचायत स्तर पर स्वास्थ्य जागरूकता अभियान चलाएंगे।
• जीविका दीदी समूह बैठकों में महिलाओं को फाइलेरिया, टीबी, पोषण, टीकाकरण आदि विषयों पर जागरूक करेंगी।
• स्कूल शिक्षक विद्यार्थियों और उनके अभिभावकों को स्वास्थ्य के प्रति सजग बनाएंगे।
• राशन डीलर अपनी दुकान पर लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं और सरकारी योजनाओं की जानकारी देंगे।
• विकास मित्र और आशा घर-घर जाकर लोगों को स्वास्थ्य केंद्र से जोड़ने का कार्य करेंगे।
• फाइलेरिया के मरीज समुदाय के अन्य मरीजों को प्रोत्साहित करेंगे कि वे इलाज करवाएं और समय पर दवा लें