रेल फाटक उखाड़ दोनों पटरियों पर चढ़ गया हाइवा, बड़ी दुर्घटना टली!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज कुमार सिंह: छपरा-बलिया रेलखंड तथा एनएच 19 पर स्थित 65 ए मझनपुरा रेलवे क्रॉसिंग पर सोमवार को अहले सुबह एक बड़ा हादसा टल गया। वाराणसी से गिट्टी लादकर रेवाघाट (मकेर) जा रहा हाइवा ट्रक सुबह लगभग 5:35 बजे अनियंत्रित होकर रेलवे फाटक को उखाड़ते हुए सीधे अप व डाउन दोनों रेल पटरियों पर चढ़ गया। गनीमत यह रही कि दुर्घटना के समय रेलवे क्रॉसिंग पर कोई राहगीर या वाहन मौजूद नहीं था, वरना जनहानि की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता था।
दुर्घटना के बाद रेलवे गेटमैन ने तुरंत माँझी, गौतम स्थान और बकुल्हा स्टेशन के स्टेशन मास्टरों सहित वरीय रेल अधिकारियों को सूचित किया, जिसके बाद छपरा और बलिया स्टेशनों पर सभी ट्रेनों को अस्थाई रूप से रोक दिया गया।
रेल फाटक का एक हिस्सा उड़कर दूर जा गिरा था, जो यदि विद्युत तारों के संपर्क में आ जाता, तो और भी बड़ा हादसा हो सकता था। दुर्घटना की सूचना मिलते ही आरपीएफ, जीआरपी और माँझी थाना पुलिस मौके पर पहुँची। दो क्रेन और दो जेसीबी की मदद से लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद ट्रक पर लदी गिट्टी को नीचे गिराकर हाइवा को किसी तरह रेल ट्रैक से हटाया गया।
करीब तीन घंटे तक छपरा-माँझी मुख्य मार्ग पर भी यातायात प्रभावित रहा, क्योंकि सड़क वनवे होने के कारण पुलिस को वाहनों को नियंत्रित तरीके से ट्रैक पार कराना पड़ा। मौके पर मौजूद माँझी थानाध्यक्ष व प्रशिक्षु आईपीएस संकेत कुमार ने पुलिस बल के साथ भीड़ और ट्रैफिक को संभालने में अहम भूमिका निभाई।
रेलवे के वरिष्ठ अधिकारी — पूर्वोत्तर रेलवे के सहायक सुरक्षा आयुक्त मुकेश कुमार पंवार, बलिया के एडीएन प्रियांजल शुक्ला, पीडब्ल्यूआई अशोक कुमार व राज कुमार सिंह, आईओडब्ल्यू बीपी सिंह, छपरा के एजीएन ए. के. राय, जीआरपी प्रभारी लक्ष्मण सिंह और रेल सीआईडी इंस्पेक्टर विकास यादव गेट मैं हरेराम यादव— सभी मौके पर मौजूद रहे और स्थिति को नियंत्रित किया।
सुबह करीब 9 बजे ट्रैक को दुरुस्त कर ट्रेनों का संचालन पुनः प्रारंभ किया गया। स्थानीय लोगों के अनुसार, चालक को झपकी आ जाने से यह दुर्घटना हुई, वहीं चालक का कहना था कि मौके पर ट्रक के ब्रेक फेल हो गए थे। गिरफ्तार हाइवा चालक अनिल कुमार विन्द गाजीपुर का रहनेवाला बताया जाता है।
खबर लिखे जाने तक रेलवे द्वारा क्षतिग्रस्त रेल फाटक को ठीक करने का कार्य जारी था।