राज्य स्तर के दो सदस्यीय टीम ने दो एचडब्ल्यूसी का किया निरीक्षण!
राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों के माध्यम से गुणात्मक सुधार के लिए अपनी स्वयं की गुणवत्ता का आकलन बेहद जरूरी: सिविल सर्जन
टीम द्वारा अवलोकन करने के बाद कुछ अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए मिला आवश्यक दिशा- निर्देश: डीसीक्यूए
सिवान (बिहार): राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों को सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधाओं के साथ- साथ वैश्विक सर्वोत्तम अभ्यास के लिए विशिष्ट आवश्यकताओं को ध्यान में रखते हुए वर्ष 2017 में शुरुआत की गई है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी के लिए एनक्यूएएस जैसे मानकों को जिला अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) और शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए उपलब्ध हैं। हालांकि मानक मुख्य रूप से प्रदाताओं के लिए पूर्व निर्धारित मानकों के माध्यम से सुधार के लिए अपनी स्वयं की गुणवत्ता का आकलन करने और प्रमाणीकरण के लिए अपनी सुविधाओं को लाने के लिए हैं। जिसको लेकर जिला सलाहकार गुणवत्ता यकीन डीसीक्यूए डॉ कुमार अभिमन्यु, पीरामल स्वास्थ्य की रानी कुमारी गुप्ता के नेतृत्व में अलग क्षेत्रों में संचालित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर का मूल्यांकन और अनुश्रवण किया गया। इस अवसर पर सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी के अलावा संबंधित स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।
टीम द्वारा अवलोकन करने के बाद कुछ अधूरे कार्यो को पूरा करने का मिला आवश्यक दिशा- निर्देश: डीसीक्यूए
जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन (डीसीक्यूए) डॉ कुमार अभिमन्यु ने बताया कि बसंतपुर प्रखंड अंतर्गत आने वाले कुमकुमपुर गांव स्थित आयुष्मान भारत एचडब्ल्यूसी द्वारा सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को विभागीय स्तर पर मिलने वाली सुख सुविधाओं में टेलीकंस्लटेंसी, रक्त जांच, एनसीडी, परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण, पोषण एवं प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) सहित 12 प्रकार की सुख सुविधाओं के उन्मुखीकरण को लेकर राज्य स्तरीय टीम में शामिल पीरामल स्वास्थ्य पटना की डॉ कृति धमीजा और डॉ कोमल के द्वारा संयुक्त रूप से अवलोकन किया गया। राष्ट्रीय गुणवता आश्वासन मानक (एनक्वास) के मापदंडों के आधार पर स्थानीय सेंटर के अधिकारी और कर्मियों द्वारा खड़ा उतारने का प्रयास किया गया है। ताकि किसी प्रकार से कोई कमी नही रहे। लेकिन राज्य स्तर पर गठित दो सदस्यीय टीम के द्वारा निरीक्षण करने के बाद छूटे हुए कुछ अधूरे कार्यो को विलंब पूरा करने के लिए आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया है। क्योंकि स्थानीय स्तर पर मिलने वाली सभी तरह की बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध होने चाहिए। जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा विभिन्न प्रकार की योजनाएं संचालित की जाती है। इस अवसर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार रवि रंजन, बीसीएम सरफराज अहमद, सीएचओ नवाज़ शरीफ सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित रहे।
एचडब्ल्यूसी से जुड़े अधिकारी और कर्मियों से ली गई विस्तृत जानकारी: रानी कुमारी गुप्ता
पीरामल स्वास्थ्य की रानी कुमारी गुप्ता ने बताया कि आंदर प्रखंड के रकौली गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) में स्थानीय स्तर पर चिकित्सीय व्यवस्था में काफ़ी सुधार हुआ है। क्योंकि गुणात्मक सुधार में जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता और सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद का दिशा निर्देश के अलावा डीपीएम विशाल कुमार, डीसीक्यूए डॉ कुमार अभिमन्यु और डीपीसी इमामुल होदा के मार्गदर्शन में लगातार सुधार किया जा रहा है। राज्य स्वास्थ्य समिति द्वारा नामित दो सदस्यीय टीम डीसीक्यूए डॉ आलोक कुमार एवं जिला स्वास्थ्य सलाहकार डॉ धर्मेन्द्र कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से राष्ट्रीय गुनवता आश्वासन मानक के अलावा राज्य और राष्ट्रीय स्तर के कार्यक्रमों और आयोजनों के संबंध में स्थानीय सीएचओ बबीता सिंह से जानकारी ली गई। वही एएनएम अनुपम कुमारी सहित कई अन्य लोगों से परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण और एनसीडी स्क्रीनिंग को लेकर विस्तार पूर्वक बातचीत कर जानकारी लेने के बाद आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया है। इस दौरान प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ दीपक कुमार विश्वकर्मा, बीएचएम मधुरेन्द्र कुमार और जीएनएम प्रीतम कुमार सहित की कई अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।