टीबी मुक्त पंचायत अभियान-
सिवान के 11 पंचायतों को सिल्वर और 82 पंचायतों को नवाजा जाएगा कांस्य पदक एवं प्रशस्ति पत्र से!
राज्य में सबसे ज्यादा सिवान जिले के 93 पंचायतों को किया जाएगा टीबी मुक्त पंचायत की घोषणा!
जिलाधिकारी के द्वारा सभी पंचायतों के प्रतिनिधियों को किया जाएगा सम्मानित: सिविल सर्जन
///जगत दर्शन न्यूज
सारण (बिहार): विगत वर्ष 2023- 24 और 2024- 25 में भी राज्य में पहले पायदान पर सिवान जिला का चयन हुआ है। क्योंकि विगत वर्ष जिले के 11 पंचायतों को टीबी मुक्त किया जा चुका है। वहीं इस बार भी 82 पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत की घोषणा होने वाली है। कुल मिलाकर जिले के 18 प्रखंडों के 93 पंचायत को टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम के तहत आगामी 24 मार्च को घोषणा किया जाना है। यक्ष्मा उन्मूलन एवं टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता के दिशा निर्देश में स्वास्थ्य विभाग के वरीय अधिकारियों द्वारा पंचायत जनप्रतिनिधियों के सहयोग से विभिन्न स्तर पर लगातार अभियान चलाया जा रहा है। क्योंकि सामुदायिक स्तर पर स्वास्थ्य विभाग हर संभव प्रयास करता है कि हर तबके के लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि राज्य में सबसे अधिक सिवान जिले के 93 पंचायतों को टीबी मुक्त किया जाना है। इन सभी पंचायतों को जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता के द्वारा कांस्य पदक से सम्मानित किया जाएगा। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि इनमें से 11 पंचायत विगत वर्ष टीबी मुक्त अभियान के तहत मुक्त हो चुका है। जिसको इस बार सिल्वर मेडल से नवाजा जाएगा। जबकि शेष 82 पंचायतों को कांस्य पदक के रूप में गांधी जी प्रतिमा और प्रशस्ति पत्र से सम्मानित किया जाना है। टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम पहल 2024- 25 में चयनित पंचायतों का मूल्यांकन और अनुश्रवण जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों के द्वारा कराए जाने के बाद टीबी मुक्त पंचायत की परिकल्पना को मूर्त रूप दिया गया है। क्योंकि इन लोगों द्वारा मुख्य रूप से छः प्रकार के सूचकांकों पर अनुश्रवण एवं मूल्यांकन किया गया है।
संचारी रोग पदाधिकारी डॉ अशोक कुमार ने बताया कि देश से टीबी जैसी बीमारी को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम अंतर्गत पहल 2024- 25 के दौरान मुख्य रूप से छः सूचकांकों को आधार बनाकर जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों द्वारा अनुश्रवण और मूल्यांकन कराने के बाद जिले के 93 पंचायतों को यक्ष्मा जैसी बीमारी से मुक्त करने को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश के आलोक में तैयारी अंतिम चरण में चल रही है। जिसमें मुख्य रूप से सदर प्रखंड के 08, बड़हरिया के 7, भगवानपुर हाट, दरौली, गोरेयाकोठी, महाराजगंज, मैरवा, पचरुखी और सिसवन प्रखंड के 6- 6 पंचायत जबकि लकड़ी नबीगंज और जिरादेई के 5- 5, दारौंदा और गुठनी के 4- 4, हसनपुरा और नौतन के 3- 3 जबकि आंदर प्रखंड के 2 पंचायतों को आगामी विश्व यक्ष्मा दिवस के अवसर पर उपरोक्त 18 प्रखंड के 93 पंचायतों को टीबी मुक्त पंचायत कार्यक्रम अंतर्गत "पहल 2024- 2025" के दौरान कांस्य पदक से सम्मानित किया जाएगा। जिसमें 11 पंचायत को सिल्वर मेडल तो 82 पंचायत को कांस्य पदक शामिल है। देश में प्रत्येक वर्ष लगभग पांच लाख से अधिक लोग टीबी जैसी बीमारी के कारण काल के गाल में समा जाते हैं। क्योंकि यह आंकड़ा दुनिया के अन्य देशों से अधिक है, सामान्य लोगों की अपेक्षा यक्ष्मा बीमारी से ग्रसित रोगियों के संपर्क में आने से टीबी की बीमारी होने का खतरा अत्यधिक होता है। जिसको लेकर टीबी से संबंधित स्क्रीनिंग और जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।