अशिक्षा या अज्ञानता के कारण इनकार करने वाले शहरी क्षेत्र के घरों में चलाया गया विशेष अभियान!
शहरी क्षेत्र के शेख मोहल्ला और मिसकार टोली में रिफ्यूजल यानि नहीं खाने वाले घरों में खिलाई गई फाइलेरिया रोधी दवा: एमओआईसी
एक सप्ताह तक “मॉप अप राउंड” के तहत खिलाई जाएगी फाइलेरिया उन्मूलन की गोली: डॉ ओपी लाल
एमडीए कार्यक्रम के दौरान 82 प्रतिशत उपलब्धि के साथ राज्य में मिला 10 वां स्थान: सिविल सर्जन
सिवान (बिहार): हाथी पांव से बचाव की दवाई खाई क्या ? अगर आप नहीं खाए हैं तो स्वास्थ्य विभाग द्वारा गठित टीम के द्वारा गृह भ्रमण कर खिलाई जा रही है दवाओं का सेवन निश्चित रूप से कर लें। अन्यथा एक मच्छर आपको ज़िंदगी भर के लिए विकलांग बना सकता हैं। कुछ इसी तरह की बातें जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल और सदर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नेसार सहित कई अन्य के द्वारा शहर के वार्ड संख्या 39 के मिसकार टोली और शेख मोहल्ला के सैकड़ों घरों के लोगों से पूछा जा रहा है। क्योंकि अशिक्षा और अज्ञानता के कारण कुछ लोगों ने दवा खाने से इनकार कर दिया था। हालांक उक्त दोनों पदाधिकारियों सहित कई अन्य लोगों के द्वारा गृह भ्रमण कर फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया गया है।
इस संबंध में सदर पीएचसी के एमओआईसी डॉ नेसार ने बताया कि शेख मोहल्ला के वार्ड पार्षद इंतखाब ने खुद दवा का सेवन करने के बाद इनके सहयोग से लगभग 50 घरों के 250 से अधिक लाभुकों को फाइलेरिया उन्मूलन अभियान के तहत आयोजित सर्वजन दवा सेवन कराया गया है। वहीं वार्ड संख्या 39 के पूर्व पार्षद पति सह सामाजिक कार्यकर्ता पप्पू मिस्कार और इनके पिता जी को सबसे पहले दवा खिलाई गई। उसके बाद इनलोगों द्वारा मुहल्ले के 45 घरों के लगभग 200 सौ से अधिक लोगों को दवा खिलाई गई है। इसी तरह मौलाना मजहरूल हक कॉलोनी में 50 से ज्यादा घरों में जाकर गृह भ्रमण कर 300 सौ से अधिक योग्य लाभार्थियों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन करा कर शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा किया गया है। हालांकि इन मोहल्ले के निवासियों का कहना था कि किसी असमाजिक तत्वों के द्वारा गलत अफवाहें फैलाई गई थी। जिस कारण यहां के लगभग 200 सौ घरों ने दवा खाने से इनकार कर दिया था। लेकिन वरीय अधिकारियों के दिशा निर्देश में डीवीबीडीसी नीरज कुमार सिंह, सदर पीएचसी के बीएचएम गुलाम रब्बानी, डब्ल्यूएचओ के इमरान, पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम प्रमुख मिथिलेश कुमार पाण्डेय सहित कई अन्य के द्वारा सहयोग दवा खाने से इनकार लोगो को दवाओं का उपभोग कराया गया है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीडीसीओ) डॉ ओम प्रकाश लाल ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग के अपर निदेशक सह फाइलेरिया विभाग के प्रभारी राज्य कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ यज्ञ नारायण पाठक (डॉ वाई एन पाठक) ने बिहार के 24 जिलों के विभागीय अधिकारियों को पत्र जारी कर बताया है कि राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम 2025 के प्रथम चरण में 10 फरवरी 2025 से संपादित सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम की समाप्ति के 17 दिवस पूर्ण होने के उपरांत एक सप्ताह तक मॉप- अप राउंड चलाया जाएगा। दो वर्ष से कम उम्र के बच्चे, गर्भवती महिलाएं, एक सप्ताह पूर्व मां बनी महिलाओं तथा गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को दवा नहीं खिलाई जाएगी। उक्त लोगों को छोड़कर अन्य व्यक्तियों को उनके उम्र और लंबाई के अनुसार दवा खिलाई जा रही है। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्रतिनियुक्त कर्मियों के समक्ष ही दवाओं का सेवन कराया जा रहा है।
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि विगत 10 फरवरी से आयोजित 'राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम' के तहत सिवान जिलों में 17 दिवसीय (3 दिन बूथ और 14 दिन गृह भ्रमण) सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) चक्र पूर्ण हो गया है। जिसके लिए जिले के स्वास्थ्य विभाग के अलावा सभी विभागों सहित जिलेवासियों के द्वारा किया गया प्रयास काफी हद तक सराहनीय है। क्योंकि राज्य स्तरीय रैंकिंग में सिवान जिले ने
32 लाख 48 हज़ार 807 लाभार्थियों को दवा खिलाया गया है। जो 82 प्रतिशत उपलब्धि हासिल करते हुए 10 वां स्थान प्राप्त किया है। मालूम हो कि कार्यक्रम के 17 दिवस पूर्ण होने के बाद एक सप्ताह का मॉप- अप राउंड चलाया जाता है, जिसमें छूटे हुए या बचे हुए घरों के साथ- साथ सामूहिक रूप से इनकार और छुटे हुए क्षेत्र का शत- प्रतिशत लक्ष्य को दवा सेवन कराना सुनिश्चित करना है।