प्रधानमंत्री टीबी मुक्त अभियान:
ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा 50 टीबी मरीजों के बीच पोषण पोटली का किया गया वितरण!
टीबी मुक्त अभियान का सपना केवल प्रधानमंत्री का नहीं बल्कि हम सभी का होना चाहिए: डॉ एपी सिन्हा
टीबी उन्मूलन अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करने की जरूरत: डॉ अंजू सिंह
संस्था की संचालिका सह समाजसेवी डॉ अंजू सिंह टीबी मुक्त अभियान में निभा रही हैं अग्रणी भूमिका: डॉ नीला सिंह
सारण (बिहार): देश के प्रधानमंत्री ने देश को 2025 तक टीबी मुक्त करने का लक्ष्य रखा है। क्योंकि टीबी मुक्त अभियान का सपना केवल प्रधानमंत्री का नहीं बल्कि हम सभी का होना चाहिए। उक्त बातें अवकाश प्राप्त चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमरेंद्र प्रसाद सिन्हा ने शहर के सलेमपुर स्थित अंतर्राज्यीय सामाजिक संस्था ठाकुरबाड़ी महिला विकास कल्याण समिति द्वारा टीबी रोगियों के बीच पोषण पोटली वितरण समारोह के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि उक्त सामाजिक संस्था की संचालिका डॉ अंजू सिंह के द्वारा विगत दो वर्षों से छपरा शहर के अलावा एकमा सहित उत्तर प्रदेश के कई अन्य जिलों में टीबी मुक्त अभियान की सफलता में कार्य कर रही है। हालांकि टीबी रोगियों की पहचान के लिए सदर अस्पताल में बलगम जांच एवं उपचार की सुविधा उपलब्ध है। उसके बाद पौष्टिक आहार खाने के लिए टीबी रोगियों को उनके इलाज के दौरान बेहतर पोषण के लिए प्रति माह 500 रुपए की धनराशि स्वास्थ्य विभाग की ओर से दी जाती है। क्योंकि टीबी रोगियों के नोटिफिकेशन को बढ़ाने के लिए किसी आम व्यक्ति, निजी अस्पतालों एवं निजी चिकित्सकों को टीबी रोगियों की जानकारी देने पर प्रोत्साहन राशि देने का प्रावधान है।
ठाकुर बाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संस्थापक सचिव डॉ अंजू सिंह ने उपस्थित आमजनों से अपील करते हुए कहा कि सरकार द्वारा शुरू की गई निक्षय मित्र योजना एक सार्थक एवं सकारात्मक पहल है। जिससे टीबी रोगियों की उपचार में सहायता मिलती हैं। क्योंकि इलाजरत मरीजों के पोषण की जरूरतें पूरी होती हैं। इससे आमजन के साथ स्वयंसेवी संस्थाएं भी कदम बढ़ाकर टीबी उन्मूलन अभियान में अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि जनवरी 2023 से लेकर अभी तक प्रत्येक महीने पौष्टिक आहार के रूप में फूड पैकेट का वितरण किया जाता है। जिस कारण सभी मरीज पूरी तरह से टीबी जैसी बीमारी को हरा कर टीबी चैंपियन बन चुके है। हालांकि टीबी मरीजों का हर महीने फॉलोअप और वजन लिया जाता है। ताकि यह पता चले कि टीबी जैसी बीमारी से ग्रसित मरीजों में सुधार के साथ साथ वजन की क्या स्थिति है। टीबी बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए सामान्य नागरिक, गैर सरकारी संस्थान एवं ज़िले के जनप्रतिनिधियों सहित अन्य लोगों को निक्षय मित्र बनने के लिए प्रेरित किया जा रहा है। निक्षय मित्र टीबी मरीजों को पोषण के साथ- साथ रोजगार के लिए अवसर उपलब्ध कराने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
सदर अस्पताल की पूर्व महिला रोग विशेषज्ञ डॉ नीला सिंह ने कहा कि उक्त संस्था के द्वारा विगत कई वर्षों से स्वास्थ्य विभाग के सहयोग के रूप में कार्य करते आ रही है। टीबी जैसी बीमारी से ग्रसित रोगियों को पौष्टिक आहार खाने के लिए पोषाहार का वितरण करना साधारण बात नहीं है। क्योंकि शहर में कई ऐसे लोग है, जिनके द्वारा इस तरह के पुनीत कार्य नहीं किया जा रहा है। जबकि डॉ अंजू सिंह सेवा भाव और सामाजिक कार्यों को अनवरत करती आ रही है। शहर ही नही बल्कि यूपी के जौनपुर में भी टीबी मरीजों को गोद लेकर सतत प्रयत्न शील संस्था के रूप में कार्य करते आ रहीं हैं। साथ ही टीबी मरीजों को संस्था की ओर से जागरूक भी किया जाता है। ठाकुड़बाड़ी महिला विकास कल्याण समिति जैसी संस्था के द्वारा टीबी रोगियों को गोद लेकर पोषण पोटली का वितरण करने से भारत सरकार द्वारा शुरू की गयी निक्षय मित्र सकारात्मक पहल के रूप में समाज के सामने आ रही है। सबसे अहम बात यह है कि टीबी रोगियों के उपचार में सहायता के साथ ही खानपान के लिए फूड पैकेट दिया जाता है। क्योंकि इलाजरत मरीजों के पोषण की जरूरतें पूरी होती हैं।
पोषण पोटली वितरण समारोह का विधिवत उद्घाटन अवकाश प्राप्त चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अमरेंद्र प्रसाद सिन्हा, सदर अस्पताल की पूर्व अवकाश पर महिला रोग विशेषज्ञ डॉ नीला सिंह और ठाकुड़बाड़ी महिला विकास कल्याण समिति की संस्थापिका सह सचिव डॉ अंजू सिंह के द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। जबकि इस अवसर पर पूर्व मेयर राखी गुप्ता, अमन कुमार सिंह, प्रीति शाही, मणि शाही, रवि कुमार, अनीशा कुमारी के अलावा लायंस क्लब छपरा टाउन के अधिकारी और कर्मी सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।