हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर रोगी हित-धारक मंच का गठन, फाइलेरिया उन्मूलन में सहयोग का संकल्प!
•फाइलेरिया के रोगियों को मदद करेंगे मंच के सदस्य
• फाइलेरिया उन्मूलन अभियान में सहयोग का लिया संकल्प
सारण (बिहार) संवाददाता सत्येन्द्र कुमार शर्मा: फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा स्वास्थ्य विभाग के द्वारा स्तर पर प्रयास किया जा रहा है। फाइलेरिया के प्रति जागरूकता और भेदभाव को मिटाने के उद्देश्य से जिले के रिविलगंज प्रखंड के टेकनिवास स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर रोगी हितधारक़ मंच का गठन किया गया। सीएचओ सतेन्द्र कुमार की अध्यक्षता में मंच का गठन किया गया। जबकि रिविलगंज के प्रभारी पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार ने मंच के गठन में मार्गदर्शन और सकारात्मक सहयोग प्रदान किया। इस मंच के गठन में सहयोगी संस्था सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च के द्वारा तकनीकी सहयोग किया गया।
क्या है मंच का उद्वेश्य:
सीएचओ सत्येंद्र कुमार ने बताया कि मंच का मुख्य उद्देश्य फाइलेरिया रोग के उन्मूलन में स्थानीय समुदाय को शामिल करना और विशेष रूप से उन रोगियों के बीच जागरूकता फैलाना है। जिन्होंने कभी फाइलेरिया की दवाइयां नहीं खाई हैं या जो पहले दवाइयां लेते थे, लेकिन अब उन्हें लेने से मना कर रहे हैं। मंच यह सुनिश्चित करेगा कि फाइलेरिया मरीज सरकारी इलाज की सुविधाओं का उपयोग करें और खुद को स्वस्थ रखें, साथ ही अन्य प्रभावित व्यक्तियों को भी स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ा जाए। इस दौरान उपस्थित सदस्यगण में प्रमुख रूप से सरपंच अजितेश पाण्डे, डॉ. रुपेश कुमार (ग्रामीण चिकित्सक), वीबीडीएस घनश्याम यादव, वीडीसीओ पंकज तिवारी, आगनवाड़ी सेविकाएं किरण कुमारी, प्रियका कुमारी, उमा देवी और गरिमा कुमारी शामिल थी ।
फाइलेरिया उन्मूलन में सहयोग का लिया संकल्प:
सभी ने इस मंच के गठन को फाइलेरिया उन्मूलन की दिशा में महत्वपूर्ण कदम बताया और इसके लिए विभिन्न तरीकों से सहयोग देने का वचन लिया। सरपंच अजितेश पांडेय ग्राम कचहरी और आम सभाओं के माध्यम से समाज में जागरूकता फैलाने की बात कही। विकास मित्र सुनीता कुमारी ने किशोर-किशोरी समूहों और सामुदायिक बैठकों के माध्यम से सामाजिक जागरूकता को बढ़ावा देने पर जोर दिया। वहीं, आगनवाड़ी सेविकाओं ने गोद भराई और अन्न प्राशन जैसे कार्यक्रमों के जरिए समाजिक जागरूकता फैलाने की आवश्यकता पर बल दिया।
जीविका की ओर से गुडिया देवी ने ग्राम स्तर पर प्रचार प्रसार करने की बात रखी और बताया कि यह कार्यक्रम न केवल फाइलेरिया उन्मूलन बल्कि समाज में स्वच्छता और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में भी सहायक होगा।
वीबीडीएस और वीबीडीसीओ ने फाइलेरिया मरीजों को एमएमडीपी किट के उपयोग और प्रभावित अंगों के रखरखाव के बारे में जानकारी दी। साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि जल्द ही फाइलेरिया के और मरीजों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा।इस कार्यक्रम में पिरामल के अभिमन्यु कुमार, नदीन और सिफार से कृष्णा सिंह भी उपस्थित थे। सभी उपस्थित सदस्यगण ने एकजुट होकर फाइलेरिया उन्मूलन अभियान को सफल बनाने के लिए अपने स्तर से सहयोग देने का संकल्प लिया।