एचडब्ल्यूसी हबीब नगर का हुआ मूल्यांकन! अधूरे कार्यो को पूरा करने के लिए मिला दिशा- निर्देश!
स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रक्रिया और परिणाम की गुणवत्ता को सुधारना एनक्वास का लक्ष्य: सिविल सर्जन
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एनक्वास प्रमाणीकरण की अहम भूमिका: डीपीएम
सिवान (बिहार): राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को बेहतर और सुव्यवस्थित तरीके से सुदृढ़ करने के उद्देश्य से विकसित किया गया हैं। क्योंकि एनक्वास का लक्ष्य स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रक्रिया और परिणाम की गुणवत्ता को सुधारना है। जिसको लेकर जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता द्वारा नियमित अंतराल पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया जाता हैं। ताकि उच्च गुणवत्ता वाली स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने हुसैनगंज प्रखंड के हबीब नगर गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) पर राज्य स्तरीय दो सदस्यीय टीम द्वारा मूल्यांकन कार्यक्रम के दौरान कही। उन्होंने यह भी कहा कि यह मानक सुनिश्चित करता हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी, सुरक्षित और रोगियों की आवश्यकताओं के अनुरूप है कि नही। राज्य स्तर से दो सदस्यीय मूल्यांकन टीम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ रवि शंकर और जपाईगो से सनौवर जॉन लाल द्वारा एनक्वास कार्यक्रम के तहत चयनित होने के बाद राज्य स्तरीय टीम द्वारा अवलोकन किया गया है। जिसमें स्थानीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) में साफ- सफाई, उपकरणों की स्थिति सहित उक्त स्वास्थ्य संस्थान में इलाज़ कराने के लिए आने वाले मरीजों को मिलने वाली उपलब्ध सुविधाओं की जांच और मरीजों की देखभाल, इलाज के तरीके और रोगियों की संतुष्टि का मूल्यांकन करने के साथ ही मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के अनुपालन की जांच की गई।
स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में एनक्वास प्रमाणीकरण की अहम भूमिका: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम विशाल कुमार ने बताया कि जिला मुख्यालय और स्थानीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हुसैनगंज से समान दूरी पर हबीब नगर गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर को बेहतर बनाने की दिशा में विभागीय स्तर द्वारा कार्य किया गया है। हालांकि नया भवन उपलब्ध होने से पहले से बेहतरीन चिकित्सीय सुविधाएं प्रदान की जाती हैं। लेकिन इसके बावजूद अब उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाने का प्रयास किया गया है। जिसको लेकर राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के तहत की गई राज्य स्तर के दो सदस्यीय टीम द्वारा निरीक्षण किया गया है। ताकि स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा। आने वाले दिनों में स्थानीय गांव सहित आसपास के क्षेत्रों की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाने वाला है। क्योंकि राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए सुधारात्मक कार्यों की निगरानी और कार्यान्वयन सुनिश्चित करना, भविष्य में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में गुणवत्ता में सुधार की कुंजी साबित हो सकता है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आम जनमानस तक पहुंचाने की जिम्मेवारी हम सभी की होती है।
अधूरे कार्यो को पूरा करने के लिए दिया गया आवश्यक दिशा- निर्देश: डॉ रवि शंकर
राज्य स्तरीय दो सदस्यीय मूल्यांकन टीम में शामिल स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ रवि शंकर ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हुसैनगंज प्रखंड अंतर्गत आने वाले हबीब नगर गांव स्थित आयुष्मान भारत हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) द्वारा स्थानीय गांव की आबादी को सरकार की ओर मिलने वाली हर तरह की सुख सुविधाओं में ई - टेलीकंस्लटेंसी, रक्त जांच, एनसीडी, परिवार नियोजन, नियमित टीकाकरण, पोषण एवं प्रसव पूर्व जांच (एएनसी) सहित 12 प्रकार की सुख सुविधाओं के उन्मुखीकरण को लेकर अवलोकन किया गया है। हालांकि राष्ट्रीय गुणवता आश्वासन मानक (एनक्वास) के मापदंडों के आधार पर जिला और सीएचसी स्तर के अधिकारियों सहित एचडब्ल्यूसी की सीएचओ के अलावा पीरामल स्वास्थ्य के सहयोगियों द्वारा खड़ा उतारने का प्रयास किया गया है। ताकि किसी प्रकार से कोई कमी नही रहे। लेकिन इसके बावजूद मूल्यांकन करने के बाद कुछ अधूरे कार्यो को जल्द से जल्द पूरा करने का आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया है। ताकि उसके जल्द से जल्द पूरा किया जा सके।
इस दौरान सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डीपीएम विशाल कुमार, डीसीक्यूए डॉ कुमार अभिमन्यु, डीपीसी इमामुल होदा, स्थानीय एमओआईसी डॉ कन्हैया जी चौधरी, बीएचएम असरारुल हक, पीरामल स्वास्थ्य के राकेश कुमार अकेला और रानी कुमारी गुप्ता, सिफ़ार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, स्थानीय एचडब्ल्यूसी की सीएचओ जनक नंदिनी के अलावा एएनएम, आशा फेसिलेटर और आशा कार्यकर्ता सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।