सुपोषित किशोरी सुखद नारी: पोषण वाटिका पर पाँच दिवसीय प्रशिक्षण प्रारंभ!
सारण (बिहार) संवाददाता मनोज सिंह: माँझी कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा राष्ट्रीय पोषण माह -2024 “सुपोषित किशोरी सुखद नारी” के अंतर्गत पोषण वाटिका विषय पर पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम मंगलवार को प्रारम्भ हो गया। 17 सितंबर से शुरू प्रशिक्षण कार्यक्रम 21 सितंबर तक चलेगा। पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का विधिवत उद्घघाटन वरीय वैज्ञानिक एवं प्रधान डॉ. संजय कुमार राय,डॉ. जितेन्द्र चंदोला,डॉ. सुषमा टम्टा एवम जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक ऋषि कुमार एवं क्षेत्रीय समन्वयक अजय कुमार श्रीवास्तव द्वारा सँयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। डॉ. संजय कुमार राय ने जीविका की महिलाओं को पोषण वाटिका के महत्व के बारे में विस्तार से समझाया। साथ ही उन्होंने बताया कि सितम्बर माह को पोषण माह, स्वच्छता पखवाड़ा एवं हिन्दी पखवाड़ा के रूप में मनाया जा रहा हैं। उन्होंने महिलाओं को पोषक तत्वों के महत्व की जानकारी दी। उन्होंने महिलाओं में होने वाली बीमारियों तथा उसके उपचार के लिए फल एवं सब्ज़ी के प्रकार की सम्पूर्ण जानकारी दी।
डॉ. जितेंद्र चंद्र चंदोला, विशेषज्ञ उद्यान ने पोषण वाटिका के लिए उचित जगह तथा उसके रेखांकन की विस्तार से चर्चा की। साल भर पोषण वाटिका में लगाएं जाने वाले विभिन्न फल एवं सब्जियों के बारे में भी उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि पोषण वाटिका के लिए 200 से 250 वर्ग मीटर जगह की जरूरत होती हैं। उन्होंने बताया कि आईसीएमआर दिल्ली के अनुसार एक वयस्क पुरुष एवं महिला को एक दिन में 300 ग्राम सब्ज़ियां तथा 200 ग्राम फलों का सेवन करना ज़रूरी है। जिसके लिए सभी लोगो को अपने घर के पोषण वाटिका में सब्जी एवं फल लगाना चाहिए। डॉ. सुषमा टम्टा, विशेषज्ञ कृषि अभियंत्रण ने पोषण वाटिका में प्रयुक्त होने वाले कृषि उपकरणों के बारे में विस्तृत चर्चा की।
जीविका के प्रखंड परियोजना प्रबंधक ऋषि कुमार एवं क्षेत्रीय समन्वयक अजय कुमार श्रीवास्तव ने जीविका से आई सभी वी.आर.पी., सी.एन.आर.पी., एच.एन.एस.-एम.आर.पी. एवं सी.एम. को इस प्रशिक्षण के महत्व के बारे में बताया एवं निर्देशित किया कि प्रशिक्षण लेने के बाद जीविका से जुड़ी महिलाओं तक पहुंचाने का कार्य करेंगे। इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम में जीविका से 50 वी.आर.पी., सी.एन.आर.पी., एच.एन.एस.-एम.आर.पी. एवं सी.एम. ने भाग लिया। प्रशिक्षण में कृषि विज्ञान केंद्र से रामा रंजन, राकेश कुमार,उमाशंकर,अवनीश पाण्डेय ने भी अपना सहयोग दिया।