मगहरिया पान: कहाँ, कब और किसका?
मगहरिया पान जिसकी किसानी का वजूद कभी मगहर के सेमरा गांव के 200 चौरसियाओं परिवारों के पास था। दौर ऐसा चला कि आज इसका वजूद सिर्फ एक परिवार वो भी राम नैन बाबा तक ही सीमित रह गया। भारत के कई राज्यों में पान की खेती की जाती है। उसमे से मगहर का भी कभी नाम हुआ करता था आज भी देश के कई इलाकों में पान की खेती का बहुत महत्व है कई क्षेत्रों में पान की खेती अलग-अलग तरीकों से की जा रही है
मगहरिया पान की खासियत उसके छोटे साइज का होना लगभग आधे हथेली के बराबर होना पान की बेल एक बारहमासी, सदाबहार फ़सल है, जिसे ट्रॉपिकल और उपोष्णकटिबंधीय जलवायु में उगाया जाता है।
पान के पत्तों की खेती असम, आंध्र प्रदेश, बिहार, गुजरात, उड़ीसा, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पश्चिमी बंगाल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में की जा रही है, लेकिन उत्तर प्रदेश के मगहर का आज की तारीख मे कोई वजूद नहीं है।