आईयूसीडी के तहत एएनएम और आशा कार्यकर्ताओं को किया गया प्रशिक्षित!
सदर अस्पताल परिसर में आईयूसीडी की 12 एएनएम और शहरी क्षेत्र सिवान की 17 आशा कार्यकर्ताओं का पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का हुआ समापन:
सारण (बिहार): राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत शहरी स्वास्थ्य केंद्र से जुड़ी 17 आशा कार्यकर्ताओं को मॉड्यूल प्रशिक्षण छठा और सातवें के चौथे चरण से संबंधित पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के साथ ही परिवार नियोजन कार्यक्रम को लेकर इंटरायूटीरिन कॉनट्रासेफ्टिव डिवाइस (आईयूसीडी) से संबंधित 12 प्रतिभागियों को विगत 30 जुलाई से 03 अगस्त तक पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी समापन किया गया है। उक्त बातें क्षेत्रीय स्वास्थ्य अपर निदेशक डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने समापन समारोह के दौरान कही। आगे उन्होंने कहा कि इन सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षित करने के लिए अलग- अलग प्रशिक्षकों को क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधन इकाई द्वारा प्रतिनियुक्ति किया गया था। ताकि प्रशिक्षण के बाद सभी प्रतिभागी अपने अपने पोषक क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करते हुए अस्पताल और जिला का नाम राज्य में सर्वोच्च स्थान दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन करे। छोटे बच्चों की सेहत, गर्भवती और धात्री माताओं के स्वास्थ्य से संबंधित बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कराना ही आशा कार्यकर्ताओ का मुख्य उद्देश्य है।
आईयूसीडी के तहत जिले की 12 एएनएम को किया गया प्रशिक्षित: आरपीएम
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार ने बताया कि अनचाहे गर्भ से बचने के लिए आईयूसीडी सबसे कारगर उपाय है। क्योंकि महिलाएं ऑपरेशन के नाम पर बंध्याकरण से डरती हैं, उनके लिए आईयूसीडी बेहतर विकल्प है। परिवार नियोजन के लिए आईयूसीडी सबसे उपयुक्त माध्यम है। जिसे प्रसव के बाद या गर्भ समापन के बाद लगाया जाता है। परिवार नियोजन कार्यक्रम को लेकर इंटरायूटीरिन कॉनट्रासेफ्टिव डिवाइस (आईयूसीडी) से संबंधित 12 प्रतिभागियों को विगत 30 जुलाई से 03 अगस्त तक पांच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन किया गया। सदर अस्पताल परिसर स्थित क्षेत्रीय प्रशिक्षण सभागार में सदर अस्पताल की महिला रोग विशेषज्ञ डॉ बुसरा सलीम और प्रसव कक्ष की प्रभारी निष्ठा मोदनवाल के द्वारा परिवार नियोजन कार्यक्रम के तहत सारण जिले के पानापुर से 2, मढ़ौरा से 2, इसुआपुर से 2, जलालपुर से 2, गड़खा से 2 और तरैया से 2 एएनएम को प्रशिक्षित किया गया। ताकि अपनें - अपने पोषक क्षेत्रों में जाकर बढ़ती जनसंख्या को रोकने के लिए ग्रामीण महिलाओं को जागरूक कर कार्यक्रम को शत प्रतिशत सफल बनाने में अपनी भूमिका का निर्वहन कर सके।
सिवान शहरी यूपीएचसी की 17 आशा कार्यकर्ताओ को बेहतर कार्य करने को लेकर किया गया प्रशिक्षित: क्षेत्रीय आशा समन्वयक
क्षेत्रीय आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह ने बताया कि राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन के सफल संचालन एवं कार्यान्वयन को लेकर सिवान जिला मुख्यालय स्थित शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा और लक्ष्मीपुर के अंतर्गत आने वाली 17 आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है। जिसमें लक्ष्मीपुर यूपीएचसी की 8 और महादेवा यूपीएचसी की 9 आशा कार्यकर्ता शामिल थी। इनके पांच दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का समापन किया गया है। सदर अस्पताल परिसर स्थित जीएनएम कॉलेज के सभागार में आयोजित प्रशिक्षण कार्यक्रम में मुख्य प्रशिक्षक के रूप में अरुण कुमार सिंह, साधना कुमारी और अनुज कुमार सिंह ने अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया है। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महादेवा और लक्ष्मीपुर की 17 आशा कार्यकर्ताओ को चौथे चरण का आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का समापन समारोह के दौरान क्षेत्रीय अपर स्वास्थ्य निदेशक डॉ सागर दुलाल सिन्हा और क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार द्वारा संयुक्त रूप से प्रमाण पत्र दिया गया।आशा कार्यकर्ताओ को इन पांच दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान मास्टर प्रशिक्षक द्वारा क्षेत्र में टीकाकरण, एएनसी, परिवार नियोजन कार्यक्रम सहित कई अन्य कार्यक्रमों से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई।
इस अवसर पर क्षेत्रीय स्वास्थ्य अपर निदेशक डॉ सागर दुलाल सिन्हा, क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक प्रशांत कुमार, लेखा प्रबंधक विजय कुमार राम, क्षेत्रीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी शादान रहमान, प्रमंडलीय आशा समन्वयक संतोष कुमार सिंह, क्षेत्रीय बायो मेडिकल इंजीनियर साबित्री पंडित, कार्यालय सहायक मनोज कुमार, लेखापाल निहारिका, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, आरपीएमयू कर्मी अंकू और रंजय सहित कई अन्य लोग उपस्थित थे।