स्वास्थ्य विभाग का सार्थक प्रयास रक्तदाताओं ने कहा- व्यक्तिगत रूप से रक्तदान करना सबसे बड़ा दान!
जिले में फिलहाल थैलेसीमिया के 35 मरीज : सिविल सर्जन
पर्याप्त मात्रा में रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित कराना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी: नोडल अधिकारी
जिले के छः सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने किया रक्तदान: डीपीसी
गोपालगंज (बिहार):सामाजिक कार्यकर्ता किसी भी क्षेत्र में समाज सेवा कर सकते हैं। क्योंकि इसके कई आयाम होते है। लेकिन रक्तदान न केवल समाज सेवा है, बल्कि सबसे बड़ा दान भी है। उक्त बातें रक्त केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ संजीव कुमार ने जिले के विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों के सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा रक्तदान कार्यक्रम के दौरान कही। नोडल अधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के बाद अब सामुदायिक स्तर पर कार्य करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी रक्त केंद्र में पर्याप्त मात्रा में रक्त की उपलब्धता सुनिश्चित करने में अपनी महत्वपूर्ण योगदान देते हुए रक्तदान किया है। इसमें जिला स्वास्थ्य समिति के जिला योजना समन्वयक (डीपीसी) जयंत चौहान का अहम योगदान है। क्योंकि सबसे पहले इनके वाला रक्तदान किया गया था। जिसके बाद जिले के आधा दर्जन से अधिक सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने भी रक्तदान किया गया है।
जिले में फिलहाल थैलेसीमिया के 35 मरीज: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ बीरेंद्र प्रसाद ने बताया कि जिले में फिलहाल थैलेसीमिया बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या 35 है। इसमें कई मरीज ऐसे भी हैं जिन्हें महीने में दो से तीन बार रक्त चढ़ाना पड़ता है। इसके लिए रक्त की मांग ज्यादा रहती है। जिसकी भरपाई कराने में जिलेवासियों की भूमिका काफी महत्वपूर्ण होती है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मियों द्वारा भी रक्तदान किया जाता है। ताकि रक्तकेंद्र में रक्त की कमी नही हो। सदर अस्पताल परिसर स्थित रक्त संग्रह केंद्र थैलेसीमिया रोगियों के लिए काफी मददगार साबित हो रहा है। क्योंकि उन्हें रक्त के लिए अन्यत्र जगह भटकना नहीं पड़ता है। रक्त केंद्र के माध्यम से प्राथमिकता के आधार पर रोगियों को निःशुल्क रक्त उपलब्ध करायी जाती है। इसके लिए अब उन्हें कहीं भटकने की जरूरत नहीं होती हैं।
जिले के छः सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने किया रक्तदान: डीपीसी
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला योजना समन्वयक जयंत चौहान ने कहा कि रक्तदाता ही सही मायने में समाज के नायक होते हैं जो वैसे लोगों की जान बचाते हैं जिन्हें खून की आवश्यकता होती है। रक्तदान करने से न केवल हम लोगों की जान बचाने में अपना योगदान करते है, बल्कि उस व्यक्ति के साथ खून का रिश्ता जोड़ लेते है। जिले के छः सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों ने नियमित रूप से रक्तदान करने के लिए संकल्प लिया है। साथ ही पहली बार सदर अस्पताल परिसर स्थित रक्तकेंद्र में रक्तदान कर नया आयाम स्थापित किया है। रक्तदान करने वालों में डॉ आशुतोष, अभय कुमार, महेंद्र सैनी, शिवेंद्र कुमार, कविता शुक्ला और निशा सिंह द्वारा संयुक्त रूप से रक्तदान किया गया है।