राष्ट्रीय डेंगू दिवस-
पैरामेडिकल शिक्षक संस्थान के सभागार में आयोजित कार्यशाला में छात्र और छात्राओं सहित अस्पताल कर्मियों को किया गया जागरूक!
सारण (बिहार) संवाददाता धर्मेंद्र रस्तोगी: पूरे विश्व में डेंगू एक गंभीर बीमारी के रूप में उभरा हुआ है। प्रत्येक वर्ष इस घातक बीमारी की वजह से लाखों लोग अपनी जान गंवा देते हैं। वहीं हमारे देश में भी हर साल बड़ी संख्या में लोग इस बीमारी की चपेट में आ जाते हैं। क्योंकि डेंगू एक जानलेवा बीमारी है। जो आपके घर के अंदर ही आपको अपना शिकार बना सकता है। उक्त बातें सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने सदर अस्पताल परिसर स्थित पैरामेडिकल शिक्षक संस्थान के सभागार में आयोजित राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर छात्र और छात्राओं सहित अस्पताल कर्मियों को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर सीएस डॉ सागर दुलाल सिन्हा, डीवीडीसीओ डॉ दिलीप कुमार, डीपीएम अरविंद कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सर्वजीत कुमार, डॉ रोहित कुमार, डीवीबीडीसी सुधीर कुमार सिंह, सिफ़ार के धर्मेंद्र रस्तोगी, पैरामेडिकल संस्थान के प्राचार्य डॉ जितेंद्र प्रसाद, वीडीसीओ शशिकांत कुमार, अनुज कुमार, सतीश कुमार, पंकज तिवारी, मीनाक्षी सिंह और सुमन कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।
शहरी क्षेत्र के अलावा जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों में चलाया गया जागरूकता अभियान: डॉ दिलीप कुमार
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ दिलीप कुमार ने छात्र और छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि डेंगू की बीमारी एडीज मच्छर के काटने से होती है। इसमें मरीज के शरीर में प्लेटलेट्स तेजी से कम होने लगते हैं। अगर प्लेटलेट्स बेहद कम हो जाए तो इससे मरीज की मौत भी हो जाती है। हालांकि डेंगू के ज्यादातर मामले मानसून के शूरू होने के बाद से ही सामने आने लगते हैं। दरअसल, डेंगू का लार्वा रुके हुए 7 दिन या उससे अधिक ठहरे हुए साफ पानी में ही पनपता है। ऐसी सूरत में लापरवाही बरतने पर डेंगू फैलने की आशंका काफ़ी बढ़ जाती है। डेंगू एक फ्लू जैसी बीमारी है जो डेंगू वायरस के कारण होती है। डेंगू वायरस मच्छर के दिन में काटने से फैलता है। डेंगू बुखार एडीज एजिप्टी मच्छर जनित वायरल संक्रमण है, जो जल्दी किसी भी व्यक्ति खास कर बच्चों में बहुत ही जल्दी फैलता है। इसकी रोकथाम के लिए ठोस कदम उठाना पड़ता है। जिससे काफ़ी हद तक इसके प्रसार को नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
ग्रामीणों को डेंगू सहित अन्य प्रकार की संक्रमण से बचाव को लेकर करता हूं जागरूक:
विगत वर्ष डेंगू बीमारी से ग्रसित होने वाले शहर के रतनपुरा बरादरी मुहल्ला निवासी सीताराम प्रसाद के 50 वर्षीय पुत्र शिव शंकर प्रसाद ने उपस्थित समूह को बताया कि 21 सितंबर 2023 को मुझे भी डेंगू की शिकायत हुई थी। हालांकि जांच के बाद एक सप्ताह तक सदर अस्पताल के डेंगू वार्ड में भर्ती होने के बाद पूरी तरह से ठीक हुआ था। इस समय बुखार, शरीर में दर्द की शिकायत, सर दर्द, भूख का नही लगना, खाने के बाद उल्टी होने के साथ ही मुंह से कभी कभी खून का आना, शरीर में खुजली, लाल - लाल चकता जैसी शिकायत हो रही थी। पहले तो मुझे पता ही नही था की मच्छर के काटने से डेंगू की बीमारी होती हैं। लेकिन अब मैं पूरी तरह से स्वस्थ हूं। आसपास के लोगों को मच्छरदानी लगाने के साथ ही संक्रमण से बचाव और सुरक्षित रहने के लिए जागरूक करता हूं।