राष्ट्रीय डेंगू दिवस- डेंगू बुखार के प्रति मानव जाति को जागरूक होना जरूरी!
बरसात में डेंगू बुख़ार से बचाव जरूरी: डॉ एमआर रंजन
सिवान (बिहार) संवाददाता धर्मेंद्र रस्तोगी: जिले के लोगों को डेंगू से बचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग हर संभव तत्पर रहता है। इसके लिए गुरुवार को राष्ट्रीय डेंगू दिवस के अवसर पर पूरे जिले में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। जिला स्तर से लेकर पंचायत स्तर तक के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों में लोगों को न केवल डेंगू से बचाव, बल्कि डेंगू के लक्षणों की पहचान, जांच, इलाज और बचाव को जागरुकता अभियान चलाया गया। सिविल सर्जन डॉ अनिल कुमार भट्ट ने बताया कि राष्ट्रीय डेंगू दिवस का मुख्य उद्देश्य मानव जाति को डेंगू बुखार के प्रति जागरूक करना है। डेंगू वायरस संक्रमित मादा मच्छरों खास कर एडीज एजिप्टी मच्छर के काटने से लोगों में फैलता है। जो डेंगू बीमारी गर्मी के दिनों में लोगों में फैलता है। जिससे कई बार मरीज की जान तक चली जाती है। आज लोगों को इस बीमारी की गंभीरता को समझना होगा। इसके लिए उन्हें डेंगू के प्रति अपनी जानकारी को बढ़ाना होगा। जिसमें स्वास्थ्य विभाग उनका पूरा सहयोग करेगा। जन जागरूकता ही डेंगू से बचाव का महत्वपूर्ण मध्यम है।
डेंगू बुख़ार की शुरुआत बरसात के समय में होने से बचाव जरूरी: डॉ एमआर रंजन
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ मणिराज रंजन ने बताया कि डेंगू जैसी बीमारी से प्रत्येक वर्ष लाखों लोग पीड़ित होते हैं। ऐसे में जरूरी है कि खुद और अपने परिवार को इस बीमारी से बचाने के लिए हरसंभव सावधानियां बरती जाए। लेकिन डेंगू के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 16 मई को राष्ट्रीय डेंगू दिवस मनाया जाता है। हालांकि जिला स्तर पर सदर अस्पताल परिसर में अलग से डेंगू वार्ड बनाकर तैयार रखा जाता है। ताकि डेंगू मरीजों को किसी प्रकार से कोई दिक्कत नहीं हो। जिसको लेकर जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यालय के सभागार में डेंगू दिवस पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया।
डेंगू बुख़ार की शुरुआत बरसात के समय में होने से बचाव जरूरी: एमओआईसी
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बसंतपुर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ कुमार रवि रंजन ने कहा कि स्थानीय कार्यालय के सभागार में प्रखंड स्तरीय संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इसके अलावा स्थानीय क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा जागरूकता अभियान चलाया गया है। ताकि अधिक से अधिक लोगों तक इसकी जानकारी मिले। आग उन्होंने यह भी कहा कि गर्मी का मौसम आते ही मच्छरों का प्रकोप भी बढ़ जाता है। वहीं मॉनसून के मौसम में तो मच्छरों की संख्या बहुत ज्यादा हो जाती है। लेकिन जगह- जगह गड्ढों में पानी भरने और गंदगी के कारण तेजी के साथ मच्छर पनपते हैं। मच्छरों के कारण डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया सहित कई बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है। डेंगू मादा एडीज मच्छर के काटने की वजह से होता है। यह गंदे नहीं बल्कि साफ पानी में पनपता है। बारिश के मौसम में डेंगू के मामले काफी तेजी से बढ़ जाते हैं। जिस कारण डेंगू के दौरान व्यक्ति के शरीर में प्लेटलेट्स गिरने लगते हैं। अगर स्थिति को समय रहते कंट्रोल नही किया गया तो मरीज की हालत काफी गंभीर हो सकती है।
डेंगू के लक्षण:
- तेज बुखार
- त्वचा पर चकत्ते
- सिर में तेज दर्द
- पीठ में दर्द
- आंखों में दर्द
- मसूड़ों से खून बहना
- नाक से खून बहना
- जोड़ों में दर्द
- उल्टी, डायरिया
ऐसे करें बचाव:
- कूलर, पानी की टंकी, पक्षियों के पीने के पानी के बर्तन, फ्रिज की ट्रे, फूलदान आदि प्रति सप्ताह खाली करें।
- टूटे हुए बर्तन, टायरों में पानी जमा न होने दें।
- घरों के दरवाजे व खिड़कियों में जाली, पर्दे लगाएं।
- दिन में भी सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करें।
- घर के आसपास साफ सफाई करें, फॉगिंग करवाएं।