सीमित संसाधनों में भी सरकारी विद्यालय बना हाईटेक!
/// जगत दर्शन न्यूज
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: माँझी प्रखंड के राजकीय मध्य विद्यालय रघुनाथ गिरी के मठिया की छात्र छात्राएं अब सीसीटीवी कैमरे की जद में पढ़ाई करेंगे तथा अब तीसरी आंख की जद में छात्र छात्राओं एवम शिक्षकों पर निगरानी की जाएंगी। उक्त विद्यालय के प्रधानाध्यापक रामजीत राम द्वारा अभिनव प्रयोग करते हुए विद्यालय परिसर एवम कक्षा तथा कार्यालय में सीसीटीवी कैमरा लगवा दिया गया है। अब विद्यालय की प्रत्येक गतिविधियों पर तीसरी आँख की नजर रहेंगी तथा स्क्रीन पर उनकी मॉनिटरिंग भी होगी।
बताते चलें कि उक्त विद्यालय में शिक्षकों की बायोमेट्रिक हाजिरी की भी शुरूआत कर दी गई है। विद्यालय प्रबंधन द्वारा सीसीटीवी कैमरे विद्यालय के मुख्य द्वार, प्रार्थना सभा स्थल तथा बरामदे में लगवाये गए हैं जहाँ स्क्रीन की मदद से छात्र छात्राओं की गतिविधियों पर प्रधानाध्यापक द्वारा हर हमेशा नजर रखी जाएगी तथा जरूरी होने पर दिशा निर्देश भी दिए जा सकेंगे। इतना ही नही जरूरत पडऩे पर इनकी रिकॉर्डिंग भी देखी जा सकेगी। बच्चे पढ़ रहे हैं अथवा नहीं, शिक्षक सही समय पर बच्चों को पढ़ाने हेतु कक्षा में पहुँच रहे हैं अथवा नहीं यह सब कुछ सीसीटीवी में कैद रहेगा। इस नए प्रयोग से विद्यालय की सुरक्षा के साथ साथ बाहरी लोगों की अनावश्यक दखलंदाजी पर भी रोक लगेगी।
प्रधानाध्यापक ने बताया कि विद्यालय को विशेष रंग रूप के साथ ही साथ डेकोरेटेड भी किया गया है। वहीं विद्यालय परिसर में कई प्रकार के पेड़ पौधे लगाकर उसे सुंदर एवं आकर्षक बनाया गया है। अन्य सरकारी विद्यालयों से अलग हटकर उक्त विद्यालय में लाऊड स्पीकर के माध्यम से छात्र छात्राओं द्वारा सुबह में सुमधुर स्वर में प्रार्थना और शाम को राष्ट्रगान प्रसारित किया जाता है। उन्होंने बताया कि विद्यालयों में आए दिन होने वाली चोरी की घटनाओं व सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की घटनाएं सामने आ रही थी। इनके बचाव के लिए स्कूल में सीसीटीवी कैमरे लगा कर बाहरी तत्वों के प्रवेश पर पूर्णतः लगाम लगा दिया गया है। यह विद्यालय प्रखंड का पहला सरकारी विद्यालय बन गया हैं जहाँ छात्र छात्राओं को निजी विद्यालयों की तर्ज पर शिक्षकों द्वारा पठन पाठन की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। सीसीटीवी कैमरे लगवा कर विद्यालय को हाईटेक बनाने का प्रयास किया गया है। इससे शिक्षकों के शिक्षण कार्य में भी पारदर्शिता आएगी। प्रधानाध्यापक ने बताया कि सीमित संसाधनों के बावजूद उक्त विद्यालय को निजी विद्यालयों की तरह सुंदर व आकर्षक बनाने का प्रयास किया गया है।