अब पढ़ने वाले बच्चों का बनेगा अपार कार्ड!
नई दिल्ली: पढ़ने वाले बच्चों को अपने स्कूल का सर्टिफिकेट और अन्य उपलब्धियों के कागजात लेकर इधर-उधर जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। कहीं दाखिला लेने के लिए अपने सर्टिफिकेट दिखाने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। कभी भी किसी को देखना हो तो उस कार्ड के नंबर से ही सब कुछ पता चल जाएगा। इस कार्ड का नाम होगा अपार ( APAAR) कार्ड। दरअसल नई शिक्षा नीति के तहत सरकारी और गैरसरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों का अपार (APAAR) (अटोमेटेड परमानेंट एकेडमिक एकाउंट रजिस्ट्री) यूनिक आईडी बनाया जाएगा। इससे सरकारी और निजी स्कूलों के 1-12वीं तक के विद्यार्थियों को फायदा होगा। जिस तरह वन नेशन-वन आईडी की बात होती रही है, उसी तरह अब स्कूली बच्चों के लिए भी एक आईडी की योजना पर सरकार काम कर रही है। इसके तहत स्कूली बच्चों के लिए यूनिक आइडेंटिफिकेशन नंबर 'अपार' के तहत जारी किया जाएगा।
प्राइमरी से लेकर इंटर स्कूलों तक के बच्चों के लिए ये एक भारतीय आईडी होगा। इस आईडी को आधार से जोड़ा जाएगा। अपार यूनिक कार्ड में विद्यार्थियों की शैक्षणिक उपलब्धियों का पूरा लेखा-जोखा रहेगा। देश में कहीं पर एक क्लिक से ही विद्यार्थी का सारा ब्योरा कम्प्यूटर स्क्रीन पर आ जाएगा। अपार कार्ड बनाने से पहले बच्चों के माता-पिता या अभिभावक की मंजूरी ली जाएगी। अपार यूनिक आईडी में बच्चों के नाम-पते, जन्म की तारीख और फोटो समेत कई जानकारी रहेगी। ये अपार यूनिक आईडी पूरे देश में छात्र-छात्राओं के लिए काम आएगा। इसका उपयोग जीवन भर कर सकेंगे।
APAAR ID से किसी भी छात्र या छात्रा का शैक्षणिक रेकॉर्ड, खेल गतिविधियों, एक्स्ट्रा करीकुलर एक्टिविटीज या अन्य शैक्षणिक गतिविधियों का सारा डेटा एक साथ आ जाएगा और आसानी से मिल सकेगा। अपार आईडी से छात्र-छात्राओं को स्कॉलरशिप, एजुकेशन लोन, पुरस्कार, सरकारी योजनाओं का लाभ लेने में आसानी होगी। बच्चों के स्कूल बदलने पर अपार आईडी बदलवाने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि ये आधार नंबर से जुड़ा यूनिक स्टूडेंट आईडी रहेगा। पूरे देश में किसी भी राज्य में चले जाएं स्कूल में दाखिला कराने पर स्टूडेंट आईडी वही रहेगा। इसका इस्तेमाल सिर्फ शैक्षणिक कार्य के लिए किया जाएगा। इससे स्कूल ड्रॉप आउट या स्कूल छोड़ने वाले बच्चों का डेटा मिल पाएगा, जिसके जरिए उन्हें फिर से शिक्षा की मुख्यधारा में जोड़ा जा सकेगा। अपार की सहायता से बच्चे अपने रिपोर्ट कार्ड, हेल्थ कार्ड, ओलंपियाड या खेल की उपलब्धियों, सांस्कृतिक गतिविधियों से जुड़े सर्टिफिकेट एक जगह रख पाएंगे। जिस तरह से इस कार्ड को लेकर तैयारी चल रही है, उसके हिसाब से संभवतः अगले महीने से यह कार्ड बनने लगेगा।