दिव्यालय एक व्यक्तित्व परिचय में मुंबई निवासी रीड़ के हड्डी रोग विशेषज्ञ डाॅ.विकास जैन का हुआ साक्षात्कार
होस्ट किशोर जैन के साथ
रिपोर्ट- सुनीता सिंह "सरोवर"
आज मुझे कबीर जी का एक दोहा याद आ रहा है
नवगज, 10 गज, गज 21, पुरिया एक तहाई।
साठ सूत नव खंड बहतरि,पाट लगी अधिकाई।।
जिस तरह कपड़ों का तना बना होता है वैसे ही मानव शरीर है 9 गज 9 गोलक 10 इंद्रियां 21 गज 60 नदियों का ताना 9 जोडताने के 72 छोटी नलियां और साथ में लगा है पेट।
जी हां हम हमारे शरीर की रचना के बारे में बात कर रहे हैं रीड की हड्डी या मेरुदंड या स्पाइन जिसे हम हमारे शरीर की केंद्रीय सहायक रचना कहते हैं। यह हमें उठने बैठने झुकने चलने मुड़ने खड़े होने आदि में मदद करती है। हमारे दिमाग को शरीर के बाकी हिस्सों को जोड़ने का महत्वपूर्ण कार्य यह करती है और क्या आपको मालूम है कि इस ट्यूबेनुमा आकृति में 33 हड्डियां होती हैं।
आप सभी सोच रहे होंगे यह बातें मैं क्यों कर रहा हूं? यह बातें में इसलिए कर रहा हूं, क्योंकि आज के हमारे दिव्यालय में साक्षात्कार हेतु आये मेहमान रीढ़ कि हड्डी के विशेषज्ञ डॉक्टर डाॅ.विकास जैन
प्रश्न 1: सर आप कहाँ से हैं? आपकी शिक्षा- दिक्षा कहाँ से हुई?
उत्तर- जी मैं मुंबई से हूँ, मेरा जन्म, और शिक्षा भी मुंबई से ही हुई, है आगे की पढ़ाई एम. बी. बी.ऐस के लिए में कर्नाटक गया जहाँ से मैंने एक आर्थोपोडिक्स सर्जन के रूप से ख्याति मिली, उसके बाद मैंने जर्मनी, यू.एस और कोरिया से भी फेलोशिप की, बस मन एक ही लगन थी, की मैं अपने मरीजों को बढिया से बढ़िया इलाज दूं, ताकि ऊनका मर्ज पूर्णरूपेण ठीक हो जाए।
2. किन- किन वजहों से आप मानते हैं के स्पाइन प्राॅब्लम्स हो सकती है?
उत्तर- आजकल की जो दिनचर्या है उसके वजह से भी स्पाइन प्राॅब्लम्स हो रही है, ज्यादा ड्राइव, मोबाइल और लैपटॉप पर अधिक समय तक कार्य करना, इन वजहों से भी ये परेशानी बढ़ रही, आज के दौर में लगभग हर चौथा आदमी इस समस्या से पीड़ित है।
प्र.3. आप स्पाइन प्राॅब्लम्स से पीड़ित कितने मरीज रोज देखते हैं अपने रूटीन प्रैक्टिस में?
उत्तर- जी ये निरभर करता मरीज की स्थिति क्या है, वैसे - 50 - 100 तो लगभग रोज ही देखते हैं, कभी- कभी सर्जरी के कारण कुछ कम भी देख पाते हैं।
प्र.4 क्या आप को लगता है की प्रेजेंट सिनेरियो में जैसे लंबे समय ऑफिस में बैठके काम करने से ये तकलीफ लोगों में बढ़ती जा रही है?
उत्तर- जी बहुत हद तक ये कारण भी है जिसके कारण स्पाइन प्राॅब्लम्स हो रही है, आजकल जो व्यस्त भागमभाग वाली जिंदगी मानसिक तनाव भी एक कारण है, फिर जो घरेलू महिलाएँ हैं, जिन पर घर परिवार की जिम्मेदारी हैं, उनमें ये मामले अधिकतर पाए जाते हैं, कारण वो मानसिक बीमार होती हैं, उन्हें हमें हम साइकोलॉजिकली डील करतें हैं।
प्र. 5.क्या रेगुलर कसरत से फायदा हो सकता है?
उत्तर- जी बहुत हद तक सही दिनचर्या और रेगुलर कसरत का साकारात्मक प्रभाव पड़ता है, और व्यक्ति जल्दी ठीक हो जाता है।
प्रश्न 6 - अंत में आप श्रोताओं को क्या संदेश देना चाहतें हैं?
उत्तर- जी यही की कभी भी स्पाइन प्राॅब्लम्स को हल्के में न ले, खान- पान, आराम इन सबका ध्यान रखते हुए, किसी अच्छे आर्थोपेडिक से कंसलट करें सही इलाज लीजिए और सेहतमंद रहे।
अंत में बेहतरीन संचालन कर रहे यू.के. से किशोर जैन ने अपने अतिथि को धन्यवाद दिया। इस नेक व सराहनीय कार्य के लिए दिव्यालय की संस्थापक व कार्यक्रम आयोजक व्यंजना आनंद 'मिथ्या' और पटल अध्यक्ष एवं कार्यक्रम संयोजक मंजिरी "निधि" 'गुल'जी को कार्यक्रम आयोजन के लिए धन्यवाद दिया तथा बताया कि इस तरह साक्षात्कार के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण Vyanjana Anand Kavya Dhara यूट्युब चैनल पर लाइव हर बुधवार शाम सात बजे हम नये नये प्रतिष्ठित व्यक्ति से परिचित हो सकते हैं या उसकी रेकॉर्ड वीडियो को बाद में देखा जा सकता है।