डेंगू से लड़ने के लिए सारण जिला तैयार!
हेल्प लाइन नम्बर हुआ जारी!
प्रतिदिन हो रही है फॉगिंग व स्प्रे!
सारण (बिहार): सारण जिला पदाधिकारी अमन समीर के दिशा निर्देशानुसार जिले के सभी प्रखंडों में डेंगू के प्रसार के रोकथाम हेतु नियमित रूप से temophose larvicidal का स्प्रे करवाया जारी है।
इस दौरान लोगों को जागरूक करने हेतु आम जनता के हाथों में पर्ची भी थमाई जा रही है। वहीं आशा दीदी अपने पोषक क्षेत्र में घूम-घूम कर जल-जमाव न रखने की भी अपील कर रही है।
आपको बता दें कि जिला स्वास्थ्य कार्यालय के द्वारा आशा दीदी से उनके पोषक क्षेत्र में प्रतिदिन बुखार के रोगियों की सूचना मांगी जा रही है एवं उन पर निगाह भी रखी जा रही है। साथ ही साथ डेंगू के फैलाव को रोकने के लिए हर एक पीएससी में एक-एक फागिंग मशीन खरीदने का आदेश दिया गया है। जहां भी डेंगू की रोगी मिलते हैं, वहां मलीथिओने का फागिंग करवाया जा रहा है। साथ ही larvicidal का भी स्प्रे करवाया जा रहा है।
एक जानकारी के अनुसार अभी तक सारण जिले में कुल 46 डेंगू रोगी चिन्हित किए गए हैं, जिसमें कुछ लोग बाहर से आए हुए हैं। अतः अब प्रशासन प्रत्येक दिन हर एक पीएससी में बुखार के रोगियों की संख्या बारे में जानकारी ले रही है। डेंगू के जांच के लिए NS1 ELISA V IgM की जांच की जा रही है। वहीं सदर अस्पताल छपरा में 10 बेड डेंगू के रोगियों के लिए आरक्षित रख दिया गया है। जिला अस्पताल के आईसीयू की जरूरत पड़ने पर आवश्यक सुविधाओं के साथ तैयार रखा गया है। जिला रक्त अधिकोष में भी समुचित मात्रा में खून संग्रहित कर रखा गया है।
जिलाअधिकारी के अनुसार छपरा नगर निगम एवं विभिन्न नगर पंचायत के द्वारा प्रत्येक दिन मच्छर से बचाव हेतु फॉगिंग करवाया जा रहा है। सभी जगहों पर larvicidal का स्प्रे भी लगातार किया जा रहा है। प्रत्येक पीएससी में दो-दो बेड डेंगू रोगियों के लिए आरक्षित रखा गया है। सभी पीएचसी को अपने अपने क्षेत्र में स्कूल के चेतना सत्र में जागरूकता हेतु प्रभात फेरी करवाने का निर्देश दिया गया है। जिला में डेंगू कंट्रोल हेतु कंट्रोल रूम बनाया गया है एवम नोडल ऑफिसर के रूप में शशि कुमार वेक्टर बॉर्न कंट्रोल ऑफिसर सारण को नामित किया गया है। कंट्रोल रूम का मोबाइल नंबर 8804693645 है। सभी निजी चिकित्सक, आईएमए एवं निजी जांच घरों को पत्र के माध्यम से अनुरोध किया गया है कि यदि उनके यहां डेंगू के संभावित मरीज पाए जाते हैं, तो इसकी सूचना अविलंब स्वास्थ्य विभाग को दें।