जैविक कॉरिडोर योजना के अंतर्गत किसानों को मिला प्रशिक्षण!
सारण (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: बिहार राज्य जैविक मिशन, कृषि निदेशालय, कृषि विभाग के तत्वावधान में जैविक कॉरिडोर योजना के अंतर्गत जिले के दाउदपुर में गुरुवार को मांझी प्रखंड क्षेत्र के चार पंचायतों डुमरी, बंगरा, घोरहट व बलेसरा के किसानों का प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें सैकड़ों की संख्या में शामिल किसानों को जैविक विधि से खेती करने की जानकारी दी गई।
प्रशिक्षण में मौजूद जिला कृषि पदाधिकारी दीपक कुमार ने किसानों को बताया कि रसायनिक उर्वरकों, कीटनाशकों व खरपतवार नाशक दवाओं के स्थान पर जीवांश से तैयार गोबर की खाद कम्पोस्ट, हरी खाद, जीवाणु कल्चर, जैविक खाद का उपयोग कर किसान खेती से पोषक तत्वों से भरपूर फसल का बेहतर उत्पादन कर सकते हैं। जैविक खेती से प्राप्त फसल का उपयोग स्वस्थ जीवन के लिए भी महत्वपूर्ण है। जैविक खेती बदलते मौसम के अनुकूल तथा जंगली पशु, नीलगाय, बंदर से पूर्णतः सुरक्षित व फायदेमंद है। इसलिए आज जागरूक किसान आज जैविक खेती की ओर बढ़ रहे हैं। प्रशिक्षण में जैविक खेती के बीजामृत, जीवामृत, पंचगव्य, ब्रम्हास्त्र आदि बनाने एवं उपयोग करने की विधि की जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि मांझी प्रखंड के 230 एकड़ खेत में जैविक विधि से खेती करने के लिए बलेसरा, बंगरा, डुमरी एव घोरहट के किसानों का चयन किया गया। इस मौके पर राजेश्वर कुमार, शैलेन्द्र किशोर, संतोष कुमार सिंह, कृष्णा शर्मा, अजय श्रीवास्तव, हितेश कुमार, कृष्ण, केशव कुमार आदि कृषि विशेषज्ञ व पदाधिकारी के अलावें प्रशिक्षण में बड़ी संख्या में महिला व पुरुष किसान शामिल हुए।