बिना कोरोना के टिका का प्रमाणपत्र के 1 जनवरी से नहीं मिलेंगे बस के टिकट
सोनीपत (हरियाणा) : कोरोना के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के खतरे की आहट को देखते हुए रोडवेज ने भी नए साल से नए नियम लागू करने का एलान कर दिया है। इस नए नियम के अनुसार एक जनवरी से वैक्सीन लगने का प्रमाणपत्र दिखाने पर ही यात्रियों को बस का टिकट मिल सकेगा। वैक्सीन न लगवाने वाले यात्रियों को बस में चढ़ने की अनुमति ही नहीं मिलेगी। रोडवेज डिपो महाप्रबंधक ने भी सभी चालकों-परिचालकों को इस बारे में सख्त निर्देश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि लोगों के स्वास्थ्य और कोरोना के बढ़ते मामलों पर अंकुश लगाने के लिए यह आदेश जारी किए गए हैं।
सोनीपत से रोजाना दिल्ली आवागमन करने वाले नौकरीपेशा या काम धंधा करने वाले लोगों की संख्या हजारों मैं है। रेलवे द्वारा ट्रेनों की संख्या कम करने के बाद बसों में यात्री संख्या भी बढ़ी है। वर्तमान में बस अड्डे पर विभिन्न मार्गों पर जाने वाले यात्रियों की संख्या के हिसाब से बसों की संख्या बेहद कम है। इस बीच दिल्ली जाने वाली बसों में यात्री संख्या 50 फीसदी करने पर यात्रियों को बसों की कमी का सामना करना पड़ेगा। दैनिक यात्री अभी से इसको लेकर वैकल्पिक रास्ता खोजने लगे हैं, ताकि बस न मिलने की स्थिति पर कार्यस्थल पर समय पर पहुंचा जा सके।
इस मामले में सोनीपत के रोडवेज डिपो के महाप्रबंधक राहुल जैन ने बताया है कि नए साल से रोडवेज बसों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए नए नियम लागू किए गए हैं। 1 जनवरी से केवल वही यात्री बस में सफर कर सकेंगे, जिन्होंने वैक्सीन लगवाई है। जिन यात्रियों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें टिकट नहीं मिलेगा। सभी परिचालकों को वैक्सीन लगने का प्रमाणपत्र देखने के बाद ही टिकट देने के निर्देश दिए गए हैं। दिल्ली जाने वाली रोडवेज बसों में 1 जनवरी से यात्री संख्या 50 प्रतिशत रहेगी।