उगते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के बाद, चार दिवसीय छठ महापर्व सम्पन्न
छठ घाट गाजे बाजे व छठ गीत से भक्तिमय हो गया
छठ पूजा में कही अप्रिय घटना की सूचना नही है।
मशरक प्रखंड क्षेत्र में चार दिवसीय छठ पूजा धूम धाम से मनाया गया
मशरक (बिहार) संवाददाता धर्मेन्द्र सिंह: छपरा जिले के मशरक प्रखंड के सभी पंचायत के सभी गांवों के छठ घाटो पर छठ व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को दिया अर्घ्य। कार्तिक मास चढते ही सभी क्षेत्रों में छठ पूजा की तैयारी शुरू हो जाती है।यह पर्व बिहार उत्तरप्रदेश की मसहूर पर्व है धीरे धीरे यह प्रचलित होते हुए पूरे देश मे लोगो ने सूर्य व छठ पूजा को कार्तिक मास के सप्तमी के चौथा दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य छठ व्रतियों ने दिया यह पर्व चार दिन निर्जला उपवास रह कर व्रतियों ने पूजा करते है पहला दिन नहाय खाय, दूसरा दिन खरना, तीसरा दिन डूबते हुए सूर्य को छठ घाट पर जलासय के किनारे पहला अर्घ्य देते है, सप्तमी के चौथे दिन उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाता है। सभी छठ घाटो पर एक सप्ताह से साफ सफाई किया जा रहा था। प्रखंड क्षेत्र के भिन्न भिन्न घाटो पर उच्च अधिकारियों द्वारा निरीक्षण भी किया गया। निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने बताया कि कुछ ऐसे घाट है जंहा बैरिकेडिंग कराई जा रही है। वहां पर अधिक पानी होने से व्रतियों व छोटे छोटे बच्चों को डूबने की आशंका बनी रहती है। सरकार के निर्देशानुसार अतिसंवेदनशील घाटो पर गोताखोर की भी व्यवस्था की गई है। छठ व्रतियों ने छठ घाट से लौट कर आंगन में ईंख से कोसी भरने का काम करती है। फल व पकवान रख कर कोशी पूजन के साथ गीत मंगल छठी मैया सहित देवी देवताओं की गीत सभी महिलाएं गाती है। रात में भी दोपहर के समय कोशी भरने के लिए छठ घाट पर व्रत्तियों ने दीया बत्ती जलाकर गीत गाती है। वही यह भी देखने को मिला कि गंगौली पंचायत के घोघिया कुशवाहा टोला में जलाशय के किनारे छठ व्रतियों ने उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। साथ ही प्रखंड क्षेत्र के सभी छठ घाटो पर संध्या से लेकर सुबह तह झलरी व रंग बिरंगी लाइट बत्ती से जगमगा उठी थी। छठ जैसे महा पर्व में सभी लोगो ने दिल खोलकर रुपया पैसा खर्चा करते है। वही मौके पर देखने को मिला कि बहरौली पंचायत के मुखिया अजित सिंह, डूमरशन पंचायत के मुखिया बच्चा लाल साह, मदारपुर पंचायत के मूखिया प्रतिनिधि जितेंद्र सिंह, कवलपुरा पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि पप्पू सिंह सहित अन्य मुखिया व सामाजसेवी अपने अपने पंचायत क्षेत्र के घाटों पर सक्रिय रहकर मुयायना करते रहे। वही आज महिला पुरुष छठ व्रतियों ने सुबह छठ घाट से आने के बाद सभी अपने गांव के देवताओं के पास जाकर पूजा अर्चना कर छठ का पारण किया।