अमृत महोत्सव के अवसर पर ग्रामीण बैंक के द्वारा साक्षरता कार्यक्रम का किया गया आयोजन
मशरक (बिहार) संवाददाता धर्मेन्द्र सिंह: छपरा जिले के मशरक प्रखंड के बहरौली पंचायत में आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के द्वारा एक सार्थक पहल वित्तीय साक्षरता कार्यक्रम के तहत हर पंचायत में ग्राहकों को बेहतर सुविधाएं एवं सेवाओं देने के लिए उन्हें जागरूक कर रहा है। इसी क्रम में बहरौली पंचायत में यह कार्यक्रम का शुभारंभ बहरौली मुखिया अजित सिंह के निजी आवास पर किया गया। कार्यक्रम का शुरुआत करते हुए मुखिया अजित सिंह ने बताया कि बैंक में खाता खोलवाने से ही राज्य सरकार और केंद्र सरकार द्वारा दी जा रही सरकारी अनुदान, बच्चो का छात्रवृत्ति, वृद्धापेंशन योजना, गैस की सब्सिडी आदि जैसी योजनाओं का भी सीधे लाभ अब बैंक के द्वारा लिया जा सकता है। बैंक से आप अपनी इक्षा एवं सामर्थ्य के अनुसार चाहे तो हेल्थ इंश्योरेंस, गाड़ी का इंश्योरेंस भी करा सकते है। आज बैंक हर तरह की ऋण दे रही है। कृषि ऋण, पढ़ाई के लिए ऋण, स्वरोजगार के लिए ऋण ऋणों के लिए आप बैंक के शाखा में सीधे संपर्क कर सकते है। प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के बारे में बताते हुए मुखिया श्री सिंह ने बताया कि 18 से 50 वर्ष तक के लोग 330 रुपया प्रति साल अर्थात 1 रुपया प्रति दिन के हिसाब से भी कम जमा करने पर स्वभाविक मृत्यु होने पर भी दो लाख रुपया उनके नामांकित व्यक्ति को दिया जा रहा है। प्रधानमंत्री सुरक्षा योजना का जिक्र करते हुए उन्होंने बताया कि 18 साल से 70 साल तक के व्यक्ति 1 रुपया प्रति माह अर्थात 12 रुपया प्रति साल अगर जमा करता है तो उसे दुर्घटना मृत्यु होने पर दो लाख रुपया उसके नामंकित व्यक्ति को दिया जा रहा है। अटल पेंशन योजना और सुकन्या समृद्धि योजना के भी बारे में विस्तार पूर्वक ग्रामीणों से चर्चा किये। साथ ही साथ उन्होंने यह भी बताया कि हम सभी पैसा घर मे एकत्रित न कर के बैंक में करे अगर हम घर मे पैसा रखते है तो चोरी हो जाना, बाढ़ के पानी मे बह जाना इत्यादि कई तरह की घटना घटित हो सकती है। वहीं अगर हम पैसा बैंक में रखते है तो सुरक्षित तो है ही साथ ही साथ हमे बैंक पैसा रखने के बदले में ब्याज भी दे रही है। हम सभी प्रति दिन कम से कम 50 रुपया बचाये और अपने खाता में जमा करें इससे हमें कई तरह की फायदा हो सकती है। अगर बैंक में हम सभी पैसा सेव कर रखते है तो हमे अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाए तो हमे अपने किसी महाजन, रिश्तेदार या करीबी के पास मदद की गुहार नही करना पड़ेगा बल्कि उसके बदले में हम किसी की मदद कर सकते है। जीविका दीदियों से बातचीत करते हुए उन्होंने आग्रह किया कि आप सभी लोग एक ऐसा समूह बनाइये,एक ऐसा माहौल बनाइये जिसमे हम सभी किसी की बहन-बेटी की शादी या उच्च शिक्षा प्रदान के लिए हमे किसी से मदद नही लेनी पड़े बल्कि हम सभी ही आपस मे सामंजस करके अपने मे पैसा इकट्ठा करके उनकी मदद कर सके। वहीं उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक के बनसोही शाखा के शाखा प्रबंधक आनन्द कुमार ने बताया कि आप सभी बैंक में बचत खाता खुलवाकर हर महीने एक-एक हजार रुपये अगर जमा करते है तो आपको भविष्य में कभी भी आसानी से लोन की सुविधा मिल सकती है। "एक-मुश्त समाधान" योजना के तहत आप पूर्व में लिए ऋण का भी समाधान कर सकते है। बैंक के द्वारा अभी 15% से 25% तक छूट दिया जा रहा है। हर 6 महीने के अंदर कम से कम एक बार आप बैंक में लेन-देन की प्रक्रिया अवश्य करें। आप अपने बैंक खाता में मोबाइल नंबर जरूर से जरूर रजिस्टर्ड करे। मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड होने से आप तमाम जानकारी बैंक खाता बैलेंस की जानकारी,बैंक से जुड़ी हुई वो तमाम सुविधाये ले सकते है जिसकी आपको जरूरत है। एटीएम की सुविधा भी अवश्य ले इससे यह फायदा होगा कि आप बैंक से निकासी करने में अगर असमर्थ है तो आप एटीएम मशीन से भी अपनी जरूरत के अनुसार सेवा ले सकते है। किसान भाई अपने केसीसी एकाउंट को हर साल मार्च के महीने में जरूर रिन्यूअल कराये। जिन व्यक्ति का आय प्रति साल 3 लाख से अधिक है वो होम लोन की भी सुविधा जरूरत की कागज दिखाकर ले सकते है। मौके पर मुकेश कुमार ओझा (वार्ड सदस्य-10 बहरौली), प्रकाश रंजन ओझा "बीटू बाबा"(बीसी), मिथलेश राय(बीसी), अखिलेश सिंह (बीसी), कमलेश सहनी (शिक्षक), रंजीता कुमारी, मंजू देवी, सुनीता देवी, पुष्पा देवी सहित सैकड़ो लोग मुख्य रूप से उपस्थित थे।