सोलह वर्ष की युवती को 40 वर्षीय शादीशुदा से हुआ प्रेम फिर जो हुआ सो .....
मांझी (बिहार) संवाददाता वीरेश सिंह: चालीस वर्ष उम्र के बहनोई के भाई के प्यार में पागल 16 वर्षीय एक युवती ने फांसी लगाकर आत्महत्या करने का असफल प्रयास किया। शुक्र है कि परिजनों की तत्परता एवम पुलिस की सक्रियता के कारण फंदे पर झूलने से पूर्व ही खिड़की तोड़कर युवती को बचा लिया गया। इस घटना के पश्चात उसे स्थानीय पीएचसी में भर्ती कराया गया जहाँ उसका इलाज जारी है। परंतु स्थिति ऐसी है कि अब भी वह जीवन और मौत से जूझ रही है। यह घटना छपरा जिले के मांझी प्रखंड के नोनिया टोली की है। स्थानीय लोग और परिजनों ने बताया कि मिश्री लाल महतो की पुत्री प्रीति कुमारी मांझी थाना क्षेत्र के ही नंदपुर गांव निवासी अपने बहनोई के बड़े भाई व दो बच्चों के पिता तारकेश्वर प्रसाद से बेहद प्यार करती है। प्यार में पागल शादीशुदा तारकेश्वर ने शनिवार की शाम अपनी कथित प्रेमिका को भगा कर ले गया वो अपने ससुराल एकमा। वहीं एकमा में इस बात की भनक परिजनों को लग गयी तथा एकमा पुलिस की सहायता से युवती को प्रेमी के ससुराल से बरामद कर लिया। बरामदी के पश्चात रात एकमा पुलिस ने युवती को घर पहुंचा दिया। युवती घर तो पहुंची परंतु अपने प्रेमी से जुदा होकर दुखी होने लगी और फिर परिजनों के आंख से ओझल होते ही खुद को कमरे में कैद कर लिया। फिर कमरे के बाहर से उसके परिजन पूरी रात मान मनौवल करते रहे। अंततः सोमवार की सुबह परिजनों ने पुलिस को खबर किया। पुलिस सूचना पाकर जब घर पहुँची तब तक वह युवती फंदे पर झूल चुकी थी परंतु तत्परता दिखाते हुए घर की खिड़की तोड़ कर फंदा से उसे बेहोशी की हालत में उसे नीचे उतार लिया गया और तुरंत इलाज हेतु पीएचसी पहुंचाया गया। पीएचसी पहुंचाने आए एसआई शिवनाथ राम ने बताया कि परिजनों की तत्परता के कारण फिलहाल उसे जिंदा बरामद कर लिया गया है। उम्मीद है उसे समझा बुझा कर ठीक कर लिया जाएगा। अभी उसके स्वस्थ होने का इन्तजार है।