बारिस ने बढ़ाए सब्जियों के दाम ,
😢आम लोगों के बजट में नही😢
जाने क्या है खुदरा रेट
मांझी (बिहार) संवाददाता संजय पांडेय: इस साल भी विगत कई माह से जारी झमाझम बारिश से हरी सब्जियों के दामों में बेतहाशा बढोत्तरी से खरीदारी करने वाले ग्राहकों की परेशान बढ़ सी गई है। बाजारों में अब सब्जियों के दाम आसमान छूते नजर आ रहे है। बारिश से सब्जियों का अभाव और इसके कीमत में इजाफा से इसका सीधे-सीधे असर आम लोगों के जीवन पर पड़ा है। महंगी सब्जियों की तुलना में लोग दाल, काबली मटर, राजमा आदि को खाने में तरहीज देने लगे है। इसका कारण फिलहाल बाजारों में आलू-प्याज से लेकर हरी सब्जियों के कीमतों का जबरदस्त प्रत्यक्ष इजाफा है। यह प्रत्यक्ष महंगाई प्रत्यक्ष रूप से रसोई के जायका पर भी असर डाल चुका है।वर्तमान में आसमान छूती सब्जियों की कीमतों में खरीदारी करना अब सभी लोगों के बस की बात नही रह गयी है। इसका असर घर के गृहणियों के किचेन में भी स्पष्ट देखने को मिल रहा है जिससे किचेन का जायके के स्वाद पर भी असर पड़ा है।
महंगी सब्जीयों के खरीदारी से घर का बजट भी बिगड़ा
महंगी सब्जी की खरीदारी से घर का बजट भी अछूता नही है। हालांकि लोग हरी सब्जी की खरीदारी तो कर रहे है किंतु पॉकेट व महंगाई के हिसाब से नाप- तौल कर सामान्य से कम ही खरीदारी कर पा रहे है। वहीं सब्जी विक्रेताओं का कहना है कि विगत कई माह से शुरू हुई बारिश से लोकल व आस पड़ोस के गाँव से आने वाली सब्जियों की बाजारों में आना बंद हो गया है। इसके कारण बाहर से ही मजबूरन सब्जियों की महंगी कीमत पर आपूर्ति की जा रही है। लगातर बारिश से सब्जियों के खेतों में पानी जमा हो जाने से खेतों मे ही पौधे सुख, सड़ व गल रहे है। इस परिस्थिति में सब्जियों के उत्पादन कम होना स्वभाविक है। उसकी कीमतों में बढोत्तरी होना तो निश्चित है। इतना ही नही दिनों-दिन बढ़ रहे पेट्राल व डीजल के दाम के कारण भी बाहर से ट्रांसपोर्टिंग कर सब्जियां लाने में खर्चे बढ़ गए है। ऐसी बदली परिस्थिति में सब्जियों के दाम बढ़ना लाजमी है। वहीं ग्राहकों की माने तो उनका कहना है कि पिछले कई महीनों से सब्जियों के कीमतों में भारी उछाल आ गया है। अब तो कुछ सब्जियों की कीमत दोगुनी भी हो गई है। अब आम लोगों से लेकर खास लोगो पर भी महंगी सब्जियों की मार पड़ने लगी है। आम तौर पर उपयोग में लिए जाने वाले आलू व प्याज की कीमतें भी आसमान छू रही है। प्रखंड क्षेत्र के मांझी, नरपलिया, मदनसाठ, बरेजा, शीतलपुर, दाउदपुर, कोहड़ा, चमरहिया, कटोखर, ताजपुर आदि बाजारों की कमोबेश एक ही हालात है। सभी बाजारों में ऊंची दरों पर सब्जियां बेची जा रही है।
अभी वर्तमान में बाजरो में खुदरा भाव इस प्रकार है:
बैगन 50 रुपये प्रति किलो,
टमाटर 80 रुपये प्रति किलो,
खीरा 40 रुपये प्रति किलो,
करेला 40 रुपये प्रति किलो,
प्याज 45 -50 रुपये प्रति किलो,
हरि मिर्च 100 रुपये प्रति किलो,
पटल 80 रुपये प्रति किलो,
गोभी 100-120 रुपये प्रति किलो,
नेनुआ 40 रुपये प्रति किलो,
भिंडी 40 रुपये प्रति किलो,
मुल्ली 40 रुपये प्रति किलो,
कन्दा 30 से 40 रुपये प्रति किलो,
लौकी 40 रुपये प्रति पीस,
कच्चा केला 40- 50 रुपये प्रति दर्जन
पालक साग 50 रुपये प्रति किलो
वही सब्जियों के राजा कहे जाने वाले आलू के भाव 20 रुपये प्रति किलो के भाव बिक रहा है।