शीतलपुर : निराकरण या मौत का पैगाम?
मांझी(संवादाता वीरेश सिंह): छपरा जिले के मांझी प्रखंड के शीतलपुर पंचायत के शीतलपुर गांव में विगत कुछ दिन पूर्व मांझी के कुछ नेतागण तथा पदाधिकारियों के द्वारा जल निकासी की व्यवस्था की गई थी। बहुत लोगों ने इस कार्य की सराहना की थी। बात सराहनीय थी भी। परंतु आज जो हकीकत में स्थिति बनी हुई है उसका आखिर जिम्मेदार कौन ? आज आम जनता परेशान है। वस्तुतः जल निकासी के लिए यहां घरों के सामने गढ़े खुदवाए गए। इस आश्वासन के साथ कि बहुत जल्द ही इसका समाधान कर दिया जाएगा। इस त्वरित वाहवाही में लोग मजबूर है खतरों को झेलने के लिए ।
क्या कहना है लोगो का ?
शीतलपुर निवासी उस्मान अली ने संवाददाताओं को जानकारी दिया कि 'पथ निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता द्वारा जल निकासी द्वारा मेरे दरवाजे के सामने जेसीवी से गांव के जल निकासी के लिए खुदाई कर छोड़ दिया गया है। आज इस खुदाई के कारण यहां की स्थिति ऐसी बन गयी है कि किसी भी समय कोई भी अप्रिय घटना हो घट सकती है।'
शीतलपुर के पूर्व सरपंच सह पूर्व मुखिया गोरखनाथ प्रसाद ने भी कहा कि 'इस सन्दर्भ में हमने अंचलाधिकारी एवं थाना प्रभारी को भी जानकारी दिया है, लेकिन इन लोगो द्वारा मेरी बात को अनसुना कर दिया गया है। ऐसा लग रहा है अब यह खुदाई मौत का पैगाम देने के लिए किया गया है।'
पूर्व वार्ड सदस्य दीलिप बाबा ने भी कहा कि 'परिवार के सदस्य को आने जाने के लिए चाचरा बना कर परिवार के सदस्य घर से बाहर आते जाते हैं।'
उस्मान अली के अनुसार 'परिवार के साथ अगर कोई भी अप्रिय घटना घटी तो इसकी पूरी जिम्मेवारी सरकार के पदाधिकारियों की होगी'
उक्त मौके पर दर्जनों ग्रामीण उपस्थित थे ।