शिक्षकों की मांगे जल्द पूरा करे सरकार:- संघ
◆अलग किया जाए टीईटी-एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों का संवर्ग:- अभिषेक कुमार
◆आरटीई और एनसीटीई के मापदंडों के अनुरूप हो शिक्षकों का सम्मान।
◆सुविधाओं के लाभ मिले बराबर, ना हो कोई भेदभाव।
◆निगरानी जांच के नाम पर शिक्षकों को परेशान करने के बदले स्थानीय पदाधिकारियों पर तय हो जबाबदेही।
सिवान बिहार :अपने हक-हकूक के लिए निरन्तर आवाज बुलंद करनेवाले टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों के मांगो के समर्थन में टीईटी एसटीईटी उत्तीर्ण नियोजित शिक्षक संघ गोपगुट के जिला इकाई सिवान ने शिक्षा का अधिकार अधिनियम और एनसीटीई एवं अन्य राज्यो का हवाला देते हुए मुख्यमंत्री के नाम पत्र लिखकर सम्बन्धित शिक्षकों के साथ न्यायपूर्ण व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग को दोहराते हुए उसे जल्द से जल्द पूरा करने की अपील किया है। संघ के जिला अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने बताया कि जबसे शिक्षा का अधिकार अधिनियम लागू हुआ है देश मे बिहार को छोड़कर अन्य राज्यो में टीईटी उत्तीर्ण शिक्षकों को सहायक शिक्षक का दर्जा दिया गया है तथा उसी के अनुरूप उन्हें वेतन और भत्ते दी जा रही है, बिहार ही एकलौता प्रदेश है जहां आरटीई एवं एनसीटीई के मापदंडों को पूरा करनेवाले शिक्षक भी नियोजनरूपी दंश को झेलने के लिए मजबूर है इसलिए हम सरकार से मांग करते है कि वे बिहार में टीईटी-एसटीइटी उत्तीर्ण शिक्षकों का अलग संवर्ग घोषित करते हुए राज्यकर्मी माने और उसी के अनुरूप वेतन भत्ते का निर्धारण करे। इतना ही नही निगरानी जांच के नाम पर मात्र शिक्षकों को बलि का बकरा नही बनाया जाए बल्कि स्थानीय शिक्षा पदाधिकारियों पर भी जबाबदेही तय की जाए और पूछा जाए कि पिछले पांच वर्षों में किस कारणवश उन्होंने शिक्षकों के फोल्डर, मेघासुची को दबा कर रखा और निगरानी को नही उपलब्ध करवाया जाए। साथ ही शिक्षकों को देय सुविधा जैसे कि महिला शिक्षकों के लिए शिशु देखभाल अवकाश, अर्जितावकाश, पेंशन ईपीएफ आदि में भी जो भेदभावपूर्ण और कृत्रिम मापदण्डो को अपनाया गया है उसे दूर करते हुए समानता का अवसर उपलब्ध करवाया जाए। साथ ही ग्रेच्युटी, कालबद्ध पदोन्नति, सामूहिक बीमा, पेंशन आदि का लाभ भी स्थानीय निकायों के शिक्षकों को दिया जाए। वही संघ के जिला सचिव रविशंकर वर्मा, जिला उपाध्यक्ष अखिलेश कुमार ने मांग किया कि सीआरसीसी बीआरपी के चयन में स्नातक ग्रेड के शिक्षकों को प्राथमिकता मिले, प्रधानाध्यापक पद पद पर पदोन्नति का अवसर, विरमण तिथि से ग्रेड पे, पुरुष शिक्षकों को ऐच्छिक स्थानांतरण, एरियर के भुगतान के साथ साथ स्थानांतरण अधिसूचना में जारी विसंगति को दूर किया जाए एवं किसी कारणवश अप्रशिक्षित रह गए शिक्षकों को प्रशिक्षण पूर्ण करने का अवसर दिया जाए।