बेश्कीमती पल!
किरण बरेली जी को वैवाहिक वर्षगांठ पर आपको और आपके जीवनसाथी को वैवाहिक जीवन की एक और सुंदर वर्षगांठ की हार्दिक शुभकामनाएँ। आपने अपने जीवन के अनुभवों को कविता की सजीव अभिव्यक्ति दी है—सरल शब्दों में गहन भावनाओं और जीवन की अनमोल सच्चाइयों को जिस तरह पिरोया है, वह हिंदी साहित्य को एक नया दृष्टिकोण देता है।जिस तरह आपकी कविताएँ लोगों के मन को छूती हैं, उसी तरह आपका वैवाहिक जीवन भी प्रेम, सम्मान और सौहार्द की मिसाल बना रहे—यही शुभकामना है। आपका जीवन दाम्पत्य भी उतना ही सहज, कोमल और भावपूर्ण बना रहे,
जितनी आपकी कविताएँ होती हैं। आपके आगे के जीवनपथ पर स्नेह, सहयोग और सृजनशीलता की निरंतर वर्षा होती रहे।- बी के भारतीय
बेश्कीमती पल।।
तुम्हारे चले जाते ही
गुलशन की ताजगी व हरियाली
पर पतझड़ का वीराना सा मौसम छा जाता है।
खुशनुमा सर्द हवाएं थककर
खामोशी ओढ़ लेती हैं।
ज़र्रे/ज़र्रे में बेचैनियां बढ़ जाती है
फिर मैं तिनका/तिनका बटोरती हूं
तुम्हारे साथ बिताए खूबसूरत से
पलों को।
और दिल की तहों। में
सम्भाल कर रखा लेती हूं।
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