छपरा से चुनाव 2025 की बड़ी खबर: पूरी पारदर्शिता के साथ जारी है ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच, डीएम अमन समीर ने किया निरीक्षण!
सारण (बिहार): बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव 2025 की तैयारियों के तहत सारण जिले में ईवीएम (इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन) की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) का कार्य पारदर्शिता के साथ तेजी से चल रहा है। यह जांच कार्य सदर प्रखंड के पास स्थित ईवीएम वेयरहाउस के एफएलसी हॉल में 10 दिनों से लगातार जारी है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिलाधिकारी अमन समीर ने रविवार को वेयरहाउस पहुंचकर एफएलसी कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने बताया कि अब तक 1220 बैलेट यूनिट (BU), कंट्रोल यूनिट (CU) और वीवीपैट मशीनें जांच में पास की जा चुकी हैं, जबकि तकनीकी खामी के चलते 19 BU, 9 CU और 19 VVPAT मशीनों को रिजेक्ट किया गया है।
पूरी पारदर्शिता के साथ हो रहा है काम
डीएम ने बताया कि एफएलसी कार्य पूरी पारदर्शिता और चुनाव आयोग की मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) के तहत हो रहा है। प्रत्येक दिन राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की उपस्थिति अनिवार्य की गई है। वे सीयू पर लगने वाले पिंक पेपर सील पर हस्ताक्षर करते हैं और सभी प्रक्रियाएं चुनाव आयोग के पोर्टल पर अपलोड की जा रही हैं।
राजनीतिक दलों की भागीदारी
एफएलसी प्रक्रिया में जेडीयू, आरजेडी, बीजेपी, बीएसपी, एलजेपी, आरएलएसपी, सीपीआईएमएल आदि दलों के प्रतिनिधि उपस्थित रहकर पारदर्शिता की पुष्टि कर रहे हैं। अनुपस्थित रहने वाले दलों को अब तक 13 स्मार पत्र जारी किए जा चुके हैं।
त्रिस्तरीय निगरानी व्यवस्था
इस प्रक्रिया की निगरानी तीन स्तरों पर की जा रही है:
1. वेब टेलीकास्ट: हाईटेक IP कैमरे से हर गतिविधि की लाइव निगरानी जिला निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय, राज्य निर्वाचन आयोग और भारत निर्वाचन आयोग द्वारा की जा रही है।
2. सीसीटीवी कवरेज: वेयरहाउस के हर कोने में कैमरे से रिकॉर्डिंग।
3. वीडियोग्राफी: हर चरण की रिकार्डिंग सुनिश्चित।
सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ाम
नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय ने बताया कि एफएलसी कार्य में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था लागू है। हॉल में मोबाइल या किसी भी इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स के प्रवेश पर प्रतिबंध है। मेटल डिटेक्टर डोर, फ्रिस्किंग, स्थाई सुरक्षा कर्मी, तैनात मजिस्ट्रेट, अर्धसैनिक बलों की तैनाती, और मेडिकल टीम की व्यवस्था की गई है।
विशेषज्ञ अभियंताओं की निगरानी
ईवीएम की जांच का कार्य इलेक्ट्रॉनिक कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (ECIL), हैदराबाद द्वारा निर्मित M-3 मॉडल की मशीनों पर हो रहा है। इसके लिए 13 अभियंता प्रतिनियुक्त किए गए हैं। प्रत्येक मशीन में डमी सिम्बल लोड कर, सभी 16 बटनों पर छह-छह वोट डालकर परिणाम और वीवीपैट पर्चियों का मिलान किया जा रहा है।
जिला निर्वाचन पदाधिकारी ने विश्वास जताया कि पूरी पारदर्शिता, सुरक्षा और निगरानी के बीच एफएलसी कार्य समयबद्ध रूप से पूर्ण कर लिया जाएगा। केवल जांच में पास मशीनों को ही आगामी चुनाव में उपयोग किया जाएगा।