डीएम ने किया बाल पर्यवेक्षण गृह एवं विशिष्ट दत्तक संस्थान का निरीक्षण! बच्चों के सर्वांगीण विकास और संरक्षण को लेकर दिए महत्वपूर्ण निर्देश!
सारण | 19 अप्रैल, 2025
सारण जिलाधिकारी श्री अमन समीर ने आज समाज कल्याण विभाग, बिहार द्वारा सारण जिले में संचालित बाल पर्यवेक्षण गृह तथा विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान का गहन निरीक्षण किया। इस निरीक्षण का उद्देश्य संस्थानों की कार्यप्रणाली, बच्चों को मिल रही सुविधाओं की स्थिति तथा भावी सुधारों की आवश्यकता का मूल्यांकन करना था।
बाल पर्यवेक्षण गृह के निरीक्षण में बच्चों के विकास पर रहा फोकस
निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने विशेष रूप से इस बात पर बल दिया कि बाल पर्यवेक्षण गृह में रह रहे बच्चों को न केवल औपचारिक शिक्षा दी जाए, बल्कि सामान्य ज्ञान की जानकारी और रुचि के अनुरूप व्यावसायिक व कौशल विकास प्रशिक्षण भी प्रदान किया जाए।
उन्होंने कहा –
"इन बच्चों को समाज की मुख्यधारा में आत्मनिर्भर बनाकर जोड़ना ही हमारा उद्देश्य होना चाहिए। यह तभी संभव है जब हम उनके भीतर आत्मविश्वास, शिक्षा और व्यवहारिक कौशल विकसित करें।"
जिलाधिकारी ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देशित किया कि बच्चों को मानसिक, शारीरिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने हेतु एक व्यवस्थित प्रशिक्षण रूपरेखा तैयार की जाए, ताकि वे पर्यवेक्षण गृह से बाहर निकलकर समाज में सम्मानजनक जीवन जी सकें।
जीर्णोद्धार कार्य की गुणवत्ता पर जताई नाराजगी
निरीक्षण के दौरान पर्यवेक्षण गृह के जीर्णोद्धार कार्य की गुणवत्ता को लेकर जिलाधिकारी ने असंतोष जताया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि जिला योजना पदाधिकारी द्वारा जीर्णोद्धार कार्य की गुणवत्ता की गहन जांच की जाए और इसके आधार पर अग्रेत्तर कार्रवाई हेतु विस्तृत प्रतिवेदन शीघ्र प्रस्तुत किया जाए।
दत्तक संस्थान में बच्चों के संरक्षण और गोद प्रक्रिया की समीक्षा
विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने नवजात शिशुओं एवं छोटे बच्चों को दी जा रही सुविधाओं की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
उन्होंने यह भी कहा कि
"बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया में किसी प्रकार की अनावश्यक देरी न हो और सभी आवश्यक औपचारिकताएं त्वरित एवं पारदर्शी रूप से पूर्ण की जाएं।"
जिलाधिकारी ने यह भी सुनिश्चित करने को कहा कि संस्थान में बच्चों की साफ-सफाई, पोषण, चिकित्सा तथा भावनात्मक देखभाल को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए।
उपस्थित पदाधिकारी एवं संस्था के प्रतिनिधि
निरीक्षण के दौरान प्रभारी बाल संरक्षण पदाधिकारी, जिला प्रोग्राम पदाधिकारी (आईसीडीएस), संबंधित संस्थानों के अधीक्षक तथा अन्य कर्मी उपस्थित रहे। सभी को जिलाधिकारी ने सौंपे गए निर्देशों का समयबद्ध एवं प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करने का आग्रह किया।