स्थानीय लोगों क़ो टीबी, बीपी, मधुमेह, कुष्ट व कैंसर जैसी रोगों से बचाव के लिए पीएसपी सदस्य करेंगे जागरूक!
सीएचओ और वार्ड सदस्य की उपस्थिति में प्रभारी मुखिया की अध्यक्षता में रोगी हितधारक मंच (पीएसपी) का हुआ गठन: डॉ ओपी लाल
आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आम) पर एनसीडी स्क्रीनिंग के अलावा गंभीर रूप से संक्रमित बीमारियों में पीएसपी सदस्यों द्वारा मिलेगा सहयोग: सीएचओ
///जगत दर्शन न्यूज
सिवान (बिहार): जनसमुदाय के लोगों तक स्वास्थ्य सुविधाओं का लाभ सहज और सुलभ तरीके से दिलाने के उद्देश्य से रोगी हितधारक मंच (पीएसपी) का गठन किया गया है। क्योंकि पीएसपी के सहयोग से स्थानीय हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) के पोषक क्षेत्रों के निवासियों को टीबी, उच्च रक्तचाप, मधुमेह, कुष्ठ, कैंसर और संक्रमण जैसी बीमारियों से बचाव के लिए जागरूक किया जाएगा। उक्त बातें स्थानीय सहूली पंचायत अंतर्गत एचडब्ल्यूसी में पीएसपी के गठन के दौरान उपस्थित समूहो से उप मुखिया सह प्रभारी मुखिया दुजिया देवी ने कही। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों के निवासियों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी एचडब्ल्यूसी पर कार्यरत सीएचओ की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण होती है। लेकिन अब हर तरह से सहयोग करने के लिए पीएसपी से जुड़े सभी सदस्यों द्वारा स्थानीय स्तर पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मियों को नियमित रूप से क्षेत्र में गंभीर रूप से ग्रसित रोगियों की सूचना दिया जाएगा। ताकि समय रहते उसका प्रारंभिक रूप से उचित सलाह और जांच के बाद उपचार किया जाएगा। इस दौरान फाइलेरिया मरीज दूधनाथ यादव, सुरेंद्र प्रसाद, आशा देवी, कबूतरी देवी.और उर्मिला देवी की जिम्मेदारी को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा कर अपनी जिम्मेदारियों को समझने के लिए जागरूक किया गया।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल ने बताया कि फाइलेरिया बीमारी के उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयासरत है। हालांकि आने वाले दिनों में इससे भी बेहतर और सशक्त बनाने के लिए हसनपुरा प्रखंड के अंतर्गत सहुली गांव स्थित एचडब्ल्यूसी पर पीएसपी का गठन उक्त सेंटर की सीएचओ कुमारी प्रीति और वार्ड सदस्य रामेश्वर प्रसाद की उपस्थिति में उक्त पंचायत के उप मुखिया सह प्रभारी मुखिया दुजिया देवी के अध्यक्षता में पीएसपी का गठन किया गया है। ताकि स्थानीय स्तर पर आमजनों को फाइलेरिया के अलावे अन्य संक्रमित बीमारियों के संबंध में जानकारी देने के साथ ही जागरूकता अभियान शुरू करेंगे। साथ ही फाइलेरिया मरीजों के अधिकारों तथा बचाव के उपायों के बारे में लोगों को जानकारी देने का काम किया जाएगा। इस मुहिम में स्वास्थ्य विभाग को सहयोग करने वाली सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) संस्था के द्वारा तकनीकी रूप से सहयोग किया जा रहा है। इस दौरान हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर पर पीएसपी के सदस्यों को फाइलेरिया जैसी बीमारी के अलावे कालाजार, मलेरिया और टीबी जैसी बीमारी से बचाव व उपचार के संबंध में विस्तार पूर्वक जानकारी दी गई।
सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारी (सीएचओ) कुमारी प्रीति ने रोगी हितधारक मंच (पीएसपी) के कार्यों की जानकारी देते हुए उपस्थित एनएमएम, आशा कार्यकर्ता, फाइलेरिया मरीजों सहित कई अन्य सामाजिक कार्यकर्ताओं क़ो टीबी, उच्च रक्तचाप, कुष्ठ, कैंसर, मधुमेह, फाइलेरिया यानि हाथी पांव जैसे रोगों से बचाव और इन बीमारियों की गंभीरता को विस्तार पूर्वक बताते हुए कहा कि नजदीकी स्वास्थ्य संस्थानों पर मिलने वाली चिकित्सीय व्यवस्था व उपलब्ध सेवाओं की सुविधा उपलब्ध है। वहीं स्थानीय स्तर पर हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर आयुष्मान आरोग्य मंदिर (आम) पर नियमित तौर पर एनसीडी स्क्रीनिंग किया जाता है। ताकि गंभीर रूप से संक्रमित बीमारियों से असानी पूर्वक बचा जा सकता है। जबकि आने वाले दिनों में मलेरिया दिवस को लेकर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। हालांकि पीएसपी से जुड़े सदस्यों से अपील की गई कि आसपास के लोगों क़ो चमकी बुखार के संबंध में जानकारी देने के लिए शपथ दिलाई गई।ताकि स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी दिशा निर्देश के आलोक में जनजागरूकता अभियान चला कर बच्चों क़ो इन खतरनाक बीमारियों से बचाया जा सकता है।
इस दौरान स्थानीय सहुली पंचायत के उप मुखिया सह प्रभारी मुखिया दुजिया देवी, वार्ड सदस्य रामेश्वर प्रसाद, सीएचओ कुमारी प्रीति, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, वरीय डीसी नेहा कुमारी, बीसी सोनू कुमार के अलावा एएनएम आशा कुमारी, सामाजिक कार्यकर्ता संतोष कुमार, आशा कार्यकर्ताओं के नूरसाबो खातून, सितवंती कुमारी यादव, श्रीमती कुमारी, भानुमति देवी, गुड़िया कुमारी, पूजा कुमारी और सुनिता देवी के अलावा कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।