राज्य स्तर द्वारा नामित दो सदस्यीय टीम द्वारा दो एचडब्ल्यूसी का किया गया निरीक्षण!
स्वास्थ्य और एचडबल्यूसी के बेहतरी के लिए महत्वपूर्ण कदम: सिविल सर्जन
एनक्यूएएस प्रमाणीकरण स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा: डीसीक्यूए
सिवान (बिहार): राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (एनक्वास) भारत सरकार द्वारा स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता को सुदृढ़ करने के लिए विकसित किया गया हैं। क्योंकि यह मानक सुनिश्चित करता हैं कि स्वास्थ्य सेवाएं प्रभावी, सुरक्षित और रोगियों की आवश्यकताओं के अनुरूप है कि नही। सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि एनक्वास का लक्ष्य स्वास्थ्य सुविधाओं में प्रक्रिया और परिणाम की गुणवत्ता को सुधारना है। जिसको लेकर राज्य स्तरीय दो सदस्यीय टीम में शामिल मुजफ्फरपुर के जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन (डीसीक्यूए) डॉ संजय कुमार और जिला योजना समन्वयक (डीपीसी) अमित कुमार वर्मा के द्वारा संयुक्त रूप से महाराजगंज और पचरुखी प्रखंड अंतर्गत स्वास्थ्य केंद्रों का मूल्यांकन और अनुश्रवण किया गया। इस अवसर पर जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन डीसीक्यूए डॉ कुमार अभिमन्यु, पीरामल स्वास्थ्य की रानी कुमारी गुप्ता और सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य लोग मौजूद रहे। राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS) के तहत की गई राज्य स्तर के दो सदस्यीय टीम द्वारा निरीक्षण किया गया है। जो स्वास्थ्य और एचडबल्यूसी के बेहतरी के लिए महत्वपूर्ण कदम है जो स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा। इसके साथ ही यह सुनिश्चित करना है कि स्वास्थ्य सुविधाएं मानकों के अनुरूप हों। हालांकि ग्रामीण क्षेत्रों की जनता को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।
एनक्यूएएस प्रमाणीकरण स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में अहम भूमिका निभाएगा: डीसीक्यूए
जिला सलाहकार गुणवत्ता यक़ीन (डीसीक्यूए) डॉ कुमार अभिमन्यु ने बताया कि महाराजगंज के बंगरा गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) और पचरुखी प्रखंड के सहलौर गांव अंतर्गत एचडब्ल्यूसी का निरीक्षण किया गया। राज्य स्तरीय टीम में शामिल दोनों मूल्यांककर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से उक्त स्वास्थ्य केंद्रों की साफ- सफाई, उपकरणों की स्थिति और मरीजों के लिए उपलब्ध सुविधाओं की जांच और मरीजों की देखभाल, इलाज के तरीके और रोगियों की संतुष्टि का मूल्यांकन करने के साथ ही मानक संचालन प्रक्रियाओं और प्रोटोकॉल के अनुपालन की जांच की गई है। क्योंकि उक्त दोनों स्वास्थ्य संस्थानों को बेहतर बनाने की दिशा में स्थानीय स्तर से काम किया गया है। लेकिन अब इसको उत्कृष्टता के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार दिलाने का प्रयास किया गया है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित स्वास्थ्य कार्यक्रमों को आम जनमानस यानी ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंचाने की जिम्मेवारी हम सभी की होती है। राज्य सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए गए सुधारात्मक कार्यों की निगरानी और कार्यान्वयन सुनिश्चित करना, भविष्य में स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में गुणवत्ता में सुधार की कुंजी साबित हो सकता है। एच डब्ल्यू सी बंगरा में महाराजगंज पीएचसी के एमओआईसी डॉ बिपिन बिहारी सिन्हा, सी एच ओ हैदर अली अंसारी और ए एन एम प्रभावती देवी उपस्थित थी जबकि सहलौर एच डब्ल्यू सी पर पचरुखी पीएचसी के एमओआईसी डॉ प्रिंस अभिषेक, सी एच ओ सपना कुमारी और ए एन एम गुड़िया कुमारी सहित कई अन्य लोग शामिल रहे।