फाइलेरिया रोधी दवा खाने के बाद यदि थोड़ी सी परेशानी हो तो अच्छी बात!: डॉ ओपी लाल
एमडीए राउंड का प्रतिदिन संध्याकालीन में किया जा रहा अनुश्रवण, प्रखंडों में आरआर टीम तैनात: सिविल सर्जन
मंडल कारा और केंद्रीय विद्यालय में आरआरटीम की निगरानी में खिलाई गई दवा: एमओआईसी
सिवान (बिहार): सिवान जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर चलाया जा रहा सर्वजन दवा सेवन (एमडीए) राउंड अपने अगले पड़ाव की ओर अग्रसर है। जिसको लेकर जिला और प्रखंड स्तर पर एमडीए का अनुश्रवण तेज कर दिया गया है। सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि जिले के किसी भी क्षेत्र से अगर कोई शिकायत मिल रही हैं तो अविलंब उस समस्या का समाधान कराया जा रहा है। हालांकि जिला से लेकर प्रखंड स्तर पर प्रतिदिन शाम में समीक्षात्मक बैठक का आयोजन कर सुबह से शाम तक की अद्यतन प्रगति का मूल्यांकन और अनुश्रवण किया जा रहा है। साथ ही एमडीए के दौरान आ रही बाधाओं को चिह्नित किया जा रहा है। ताकि स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वास्थ्य विभाग और अन्य कार्यकर्ताओं (डीए) द्वारा खिलाई जा रही दवाओं के कारण आ रही परेशानियों को दूर किया जा सकें।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल ने बताया कि जिला मुख्यालय से लेकर सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों तक स्थित सरकारी और गैर सरकारी विद्यालयों में प्रशिक्षित चिकित्सा पदाधिकारी और कर्मियों की मौजूदगी में एमडीए राउंड को विशेष रूप से अभियान चलाया जा रहा है। क्योंकि एमडीए अभियान के दौरान खिलाई जा रही दवाएं पूरी तरह से सुरक्षित है और इसके सेवन से किसी को भी कोई गंभीर समस्या नहीं होती है। दवा का सेवन करने के बाद यदि किसी को थोड़ी सी परेशानी होती है तो यह शुभ संकेत हैं। जो यह बताती है की उक्त लाभुक के शरीर में माइक्रो फाइलेरिया के परजीवी मौजूद था, जो दवाओं के सेवन से नष्ट हो रहे हैं। इसलिए फाइलेरिया से बचाव के लिए सभी को अनिवार्य रूप से दवाओं का सेवन करना है। जिले में बुधवार तक 17 लाख 29 हजार 912 लाभुकों को दवाओं का सेवन कराया जा चुका है। जिसका कुल लक्षित आबादी का 51 प्रतिशत है। हालांकि जिन प्रखंडों में एमडीए की गति धीमी है, वहां स्वास्थ्य विभाग और सहयोगी संस्थानों के संयुक्त अभियान से लक्ष्य को तय अवधि में पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा लाभुकों को फाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन कराया जा सके।
सदर प्रखंड अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र (पीएचसी) के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नेसार ने बताया कि मंडल कारा सिवान में पांच टीम लगाकर दो दिनों के अंदर 900 कैदियों यानि 848 पुरुष जबकि 52 महिला कैदियों को स्थानीय पीएचसी के बी एच डब्ल्यू उद्धव प्रसाद, परिचारी कमलदेव प्रसाद, डीवीडीएस जावेद मियांदाद और पीरामल स्वास्थ्य की पीओसीडी पूर्णिमा सिंह के नेतृत्व में फाइलेरिया जैसी बीमारी किसी को नहीं इसके लिए दवा का सेवन कराया गया है। इस दौरान स्वास्थ्य विभाग के डीवीबी डीसी नीरज कुमार सिंह और वीडीसीओ विकास कुमार के द्वारा संयुक्त रूप से दोनों दिन जेल अधीक्षक की उपस्थिति में सभी कैदियों को यह आश्वस्त किया गया कि फाइलेरिया के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए विशेष रूप से अभियान चलाया जाता है। ताकि यह बीमारी किसी को नहीं हो। वहीं फाइलेरिया रोग की रोकथाम और प्रसार की जानकारी दी गई। वहीं दूसरी तरफ बीसीएम अर्चना गिरी और यूनिसेफ के बीएमसी मोहम्मद जावेद के नेतृत्व में भ्रमणशील टीम के साथ शहर के केंद्रीय विद्यालय में विशेष अभियान के तहत रैपिड रिस्पॉन्स टीम (आरआरटी) की मौजूदगी में उक्त विद्यालय के शिक्षकों और अन्य कर्मियों सहित स्कूली बच्चों लगभग 180 से अधिक लोगों को फाइलेरिया रोधी दवा खिलायी गयी। दवाओं का सेवन करने के बाद छात्र और छात्राओं सहित शिक्षकों को फाइलेरिया के संबंध में विस्तार से बताया गया।