जिलाधिकारी और सिविल सर्जन के दिशा निर्देश में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए बालिकाओं को किया गया टीकाकृत!
शहर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की 09 से 14 आयुवर्ग की बच्चियों को प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा लगाया गया टीका!
बिहार देश का पहला राज्य जबकि सिवान जिला को मॉडल के रूप में मिल चुका है मौका!
सिवान (बिहार): बिहार सहित सिवान जिले की बेटियों को सर्वाइकल कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचाव और सुरक्षित रखने के लिए ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) का टीका का शुभारंभ द्वितीय चरण में शुरू कर दिया गया है। इस संबंध में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के तहत पहले दिन शहर के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में 09 से 14 आयुवर्ग की पढ़ने वाली बच्चियों को टीकाकृत किया गया है। क्योंकि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य की बेटियों को कैंसर जैसी घातक बीमारी से बचाने और सुरक्षित रखने के उद्वेश्य से एक सार्थक पहल की है। हालांकि इस कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता ने विगत दिनों की जिला स्तरीय मूल्यांकन और अनुश्रवण के लिए जिला समन्वय समिति की बैठक आयोजित कर आवश्यक दिशा निर्देश दिया था। जिसको लेकर सभी तरह की आवश्यक तैयारी पूरी करने के बाद कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय की बच्चियों को टीकाकृत करने के फैसला लिया गया है। सर्वाइकल कैंसर का प्रमुख कारण ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) है। इस वायरस के संक्रमण से महिलाओं में यह कैंसर का रूप ले सकता है। हालांकि सर्वाइकल कैंसर से बचाव संभव है, क्योंकि इसके लिए एक प्रभावी वैक्सिन एचपीवी उपलब्ध है। मालूम हो कि एचपीवी वैक्सीन कैंसर से 98 प्रतिशत तक बचाव कर सकती है और यह विशेष रूप से 09 से 14 साल की बालिकाओं पर प्रभावी रहती है। इस अवसर पर डीआईओ डॉ अरविंद कुमार, डब्ल्यूएचओ के एसएमओ अहमद अली,
यूनिसेफ के एसएमसी कामरान अहमद, यूएनडीपी के वीसीसीएम मनोज कुमार, प्राचार्य प्रतिभा कुमारी, शिक्षिका सुमन कुमारी और रानी कुमारी, प्रतिरक्षण कार्यालय के सहायक अशोक कुमार शर्मा पप्पू, सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, डीवीएसएम विनय कुमार दुबे, एएनएम मनोरमा पाण्डेय और रंजू कुमारी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अरविंद कुमार ने कहा कि जिले में सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए 9 से 14 आयु वर्ष की बालिकाओं को एचपीवी का टीका दिया जा रहा है। हालांकि यह टीका पूर्ण रूप से निःशुल्क है। लेकिन इस तरह का टीकाकरण प्रथम चरण में सरकारी विद्यालयों के बच्चियों को टीकाकृत किया जाएगा। उसके बाद दूसरे चरण में जिले के निजी विद्यालयों और शिक्षण संस्थानों में पढ़ने वाली 09 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं और तीसरे चरण में वैसी बालिकाओं को टीका दिया जाएगा जो किसी कारणवश स्कूल या कॉलेज नहीं जाती है और घर पर विभिन्न प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करती है। हालांकि इसके लिए जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता के दिशा निर्देश में शिक्षा विभाग और स्वास्थ्य विभाग समन्वय स्थापित करने के बाद टीकाकरण कार्य को शुरू किया गया है। मालूम हो कि ह्यूमन पेपिलोमा वायरस (एचपीवी) को लेकर राज्य में मुख्यमंत्री बालिका कैंसर प्रतिरक्षण योजना के अंतर्गत 9 से 14 आयु वर्ग की बालिकाओं को एचपीवी टीका से टीकाकृत कराया जा रहा है। जिससे सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय ग्रीवा या बच्चेदानी के मुंह का कैंसर) जैसी एक गंभीर बीमारी की रोकथाम में मदद मिलेगी। विभागीय अधिकारियों द्वारा जिले को एचपीवी का डोज यानी वैक्सीन उपलब्ध करा दिया गया है। जो बालिकाओं को लगाया जा रहा है। हालांकि इसके लिए पहले ही टीकाकरण करने वाली नर्स और स्वास्थ्य कर्मी प्रशिक्षित किया जा चुका है। क्योंकि प्रशिक्षण प्राप्त कर्मी के द्वारा ही 09 से 14 आयुवर्ग की बालिकाओं को टीकाकृत करना है। जबकि टीकाकरण स्थल पर आवश्यक व्यवस्थाएं जैसे - प्रतिक्षा कक्ष में बैठने के लिए कुर्सी, टीकाकरण के अर्ब्जवेशन रूम, पीने के लिए शुद्ध पेयजल की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। सबसे अहम बात यह है कि टीकाकरण के सफल क्रियान्वयन और शत प्रतिशत सफल बनाने के लिए जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता और सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद के दिशा निर्देश में माइक्रोप्लान तैयार किया गया है।