एनटीडी दिवस : पेशेंट स्टेकहोल्डर प्लेटफार्म के सदस्यों ने स्कूलों में चलाया जागरूकता अभियान!
• फाइलेरिया उन्मूलन के तहत सर्वजन दवा सेवन अभियान के प्रति किया गया जागरूक
• जिले के विभिन्न प्रखंडो में चलाया गया जागरूकता अभियान
• स्कूली बच्चे समाज में फैलाएंगे जागरूकता
गोपालगंज (बिहार): विश्व नेगलेक्टेड ट्रॉपिकल डिजिज (एनटीडी) दिवस के मौके पर जिले में जागरूकता अभियान चलाया गया। स्वास्थ्य विभाग के पहल से सीएचओ और पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफार्म के सदस्यों के द्वारा जिले के विभिन्न जगहों पर फाइलेरिया उन्मूलन के प्रति जागरूकता अभियान चलाया गया। स्कूली बच्चों के द्वारा जागरूकता रैली निकाल कर एमडीए अभियान के दौरान फाइलेरिया से बचाव की दवा खाने के प्रति जागरूक किया गया। जिले में 10 फ़रवरी से सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम चलाया जाना है। जिसके तहत घर घर जाकर फाइलेरिया से बचाव की दवा खिलाई जाएगी। इस अवसर पर सभी प्रतिभागियों ने संकल्प लिया कि वे एनटीडी जैसी बीमारियों के उन्मूलन के लिए जागरूकता फैलाएंगे। कार्यक्रम के दौरान स्वच्छता, नियमित दवा सेवन और समय पर चिकित्सा जांच के महत्व को समझाया गया। रैली का नेतृत्व विजयीपुर प्रखंड के छीतौना में सीएचओ निहारिका, मंझवलिया में सीएचओ शिवराज मेघवाल, अहियापुर में सीएचओ प्रिया कुमारी तथा बरौली प्रखंड के कल्याणपुर में सीएचओ अमृता प्रकाश ने किया। इन रैलियों में पीएसपी सदस्य, जीविका दीदी, पीएसजी सदस्य, शिक्षक, आशा कार्यकर्ता, पीआरआई सदस्य, फाइलेरिया रोगी और स्कूली बच्चे शामिल हुए। इस अभियान में सिफार संस्था के द्वारा सहयोग किया गया।
रैली में बृज नंदन, संजीर कुशवाहा और पूजा कुमारी जैसे शिक्षकों ने भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और लोगों को जागरूक किया।अभियान में प्रभा देवी, सिंधु देवी, क्रीड़ा देवी, सुमित्रा देवी, दुर्गावती देवी, रेहाना खातून और पार्वती देवी जैसी आशा कार्यकर्ताओं ने लोगों को फाइलेरिया से बचाव के उपाय बताए और दवा सेवन के महत्व पर जोर दिया।
मरीजों ने साझा की अपनी व्यथा:
रैली में प्रवती देवी और सोनी देवी जैसी फाइलेरिया से ग्रसित रोगियों ने भी भाग लिया और अपनी कहानियों के माध्यम से लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए जागरूक किया।इस रैली का मुख्य उद्देश्य फाइलेरिया और अन्य उपेक्षित बीमारियों के प्रति लोगों को जागरूक करना था।
2027 तक फाइलेरिया उन्मूलन का लक्ष्य :
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुषमा शरण ने बताया कि फाइलेरिया उन्मूलन के लिये सर्वजन दवा सेवन कार्यक्रम, रूगण्ता प्रबंधन, दिव्यांगता निवारण पर विशेष जोर दिया जा रहा है। केंद्र सरकार ने निर्धारित समय अवधि पर देश को कुछ गंभीर बीमारियों से निजात दिलाने का लक्ष्य तय किया है। फाइलेरिया उन्मूलन के लिये 2027 का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इस संकल्प को फलीभूत करने का युद्धस्तर पर प्रयास हो रहा है।