हबीब नगर एचडब्लूसी राज्यस्तरीय प्रमाणीकरण में मिला सर्वोच्च स्थान!
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में मुख्य रूप से सात प्रकार के सुविधाओं को किया गया सुदृढ़: सिविल सर्जन
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी और कर्मियों द्वारा सीएचओ जनक नंदिनी को दी गई बधाई:
सिवान (बिहार): जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता और सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद के दिशा निर्देश में स्वास्थ्य विभाग जिले के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने के उद्देश्य से हर संभव प्रयास करता है। इसी कड़ी में हुसैनगंज प्रखंड अंतर्गत हबीब नगर गांव स्थित हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर (एचडब्ल्यूसी) को राष्ट्रीय गुणवता आश्वासन मानक (एनक्वास) प्रमाणीकरण को लेकर चयनित उक्त एचडब्लूसी का राज्यस्तरीय एनक्यूएएस प्रमाणित होने की आधिकारिक पुष्टि विभागीय स्तर पर कर दिया गया है। राज्य में सर्वोच्च स्थान प्राप्त होने के बाद सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डीपीएम विशाल कुमार, डीसीक्यूए डॉ कुमार अभिमन्यु, डीपीसी सह नोडल अधिकारी इमामुल होदा, स्थानीय एमओआईसी डॉ कन्हैया जी चौधरी, बीएचएम असरारुल हक, पीरामल स्वास्थ्य के राकेश कुमार अकेला और रानी कुमारी गुप्ता, सिफ़ार के धर्मेंद्र रस्तोगी सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मियों ने उक्त एचडब्ल्यूसी की सीएचओ जनक नंदिनी सहित एएनएम, आशा फेसिलेटर और आशा कार्यकर्ताओ को बधाई दिया है। साथ ही राष्ट्रीय स्तर की तैयारी करने के लिए हर संभव सहयोग करने का आश्वासन भी दिया गया है।
राज्य स्तरीय मूल्यांकन टीम द्वारा दिया गया 79 अंक: डीपीएम
जिला स्वास्थ्य समिति के जिला कार्यक्रम प्रबंधक विशाल कुमार ने बताया कि पिछले महीने 19 नवंबर को राज्य स्तर से दो सदस्यीय मूल्यांकन टीम में स्वास्थ्य विभाग की ओर से डॉ रवि शंकर और जपाईगो से सनौवर जॉन लाल द्वारा एनक्वास कार्यक्रम के तहत चयनित होने के बाद संयुक्त रूप से अवलोकन किया गया था। जिसमें एनक्यूएएस के तहत मुख्य रूप से आठ प्रकार के बिंदुओं पर गहनता पूर्वक जांच की गई थी जिसमें सभी पैरामीटर पर लक्ष्य को प्राप्त कर लिया है। राज्य स्तरीय मूल्यांकन में उक्त सेंटर को 79 प्रतिशत अंक प्राप्त हुआ है। एनक्यूएएस प्रमाणीकरण के लिए प्रारंभिक स्तर पर आंतरिक रूप से मूल्यांकन किया जाता है। जो जिला स्तरीय टीम के द्वारा अवलोकन किया जाता है। उसके बाद राज्य स्तरीय टीम के द्वारा विस्तृत रूप से जांच किया जाता है। वहीं राज्य स्तरीय टीम के संतुष्ट होने पर प्रमाणीकरण के तहत अंकों का निर्धारण होता है। तब जाकर राष्ट्रीय स्तर की टीम को जांच के लिए आवेदन किया जाता है। क्योंकि केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय भारत सरकार द्वारा गठित टीम द्वारा राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाणीकरण के लिए उक्त एचडब्ल्यूसी का आठ प्रकार के मानकों पर मूल्यांकन किया जाता है। मूल्यांकन टीम के सामने शत प्रतिशत खड़ा उतरने वाले अस्पतालों को ही भारत सरकार द्वारा गुणवत्ता प्रमाण पत्र जारी किया जाता है।
हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में मुख्य रूप से सात प्रकार के सुविधाओं को किया गया सुदृढ़: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि राज्य स्तरीय मूल्यांकन होने के बाद अब राष्ट्रीय स्तर के लिए सक्षम पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन किया जाएगा। उसके बाद केंद्रीय टीम के द्वारा भौतिक सत्यापन या ऑनलाइन के माध्यम से प्रमाणीकरण किया जाएगा। कम से कम 70 प्रतिशत से अधिक अंक हासिल करने के बाद राष्ट्रीय स्तर पर प्रमाणीकरण किया जाना है। उसके बाद ही प्रत्येक वर्ष हबीब नगर स्थित हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। उसके बाद उक्त राशि को एचडब्ल्यूसी के उन्नयन में खर्च किया जाता है। हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर में मुख्य रूप से सात प्रकार के सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया है। जिसमें टीकाकरण, ओपीडी, 151 प्रकार के दवा वितरण प्रणाली, 14 प्रकार की एनसीडी जांच, साफ- सफाई, सेंटर की गुणवत्ता सहित प्राथमिक स्तर पर चिकित्सीय सुविधाओं को सुदृढ़ किया गया था। स्वास्थ्य संस्थानों को एनक्यूएएस के तहत प्रमाणीकरण मिलने पर वहां मिलने वाली 12 तरह की सेवाओं पर असर दिखता है। जैसे - एएनसी, टीकाकरण, ओपीडी, परिवार नियोजन, आउटरीच में होने वाली विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का विस्तार होता है। इससे मरीजों की संतुष्टि से संस्थान पर उपलब्ध सेवाओं का विस्तार होगा। वहीं उक्त सेंटर पर मूलभूत सुविधाओं का विकास होगा।