शहर में प्रभुनाथ नगर स्थित स्कूल में तुलसी पूजन दिवस समारोह का हुआ आयोजन!
प्राचीन परंपरा के अनुसार भगवान के प्रसाद में तुलसी के पत्ते का होना जरूरी: स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज
सारण (बिहार): शहर के प्रभुनाथ नगर स्थित आइडियल स्कॉलर्स पब्लिक स्कूल द्वारा आयोजित तुलसी पूजन दिवस समारोह काफी हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जिसका विधिवत उद्घाटन रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज, अवकाश प्राप्त जिला शिक्षा पदाधिकारी सह शिक्षाविद बृजेंद्र नाथ सिन्हा, जगदम महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रो अमरनाथ प्रसाद, सामाजिक कार्यकर्ता खुशबू ठाकुर, दधीचि देहदान समिति के सचिव संजीव चौधरी द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन आस्वति श्रीवास्तव ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन स्कूल की संस्थापिका सह निदेशक डॉ अंजली सिंह के द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि रामकृष्ण मिशन आश्रम के सचिव स्वामी अतिदेवानंद जी महाराज ने कहा कि हमारी प्राचीन परंपरा के अनुसार भगवान के प्रसाद में तुलसी के पत्ते का होना जरूरी होता है। क्योंकि जब तक प्रसाद में तुलसी का पत्ता नहीं डाला जाता है। तब तक देवता पूरी तरह से खुश नहीं होते हैं। उपस्थित सभी लोगों को अनिवार्य रूप से अपने घर में कम से कम एक तुलसी का पौधा लगाने का आह्वान करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को तुलसी की पूजा करनी चाहिए। क्योंकि हमारे ग्रंथों में तुलसी पूजा को बहुत उत्तम माना गया है।
अवकाश प्राप्त जिला शिक्षा पदाधिकारी सह शिक्षाविद बृजेंद्र नाथ सिन्हा ने कहा कि गोस्वामी तुलसीदास ने अपनी रचना 17वीं शताब्दी में की है, लेकिन फिर भी उनकी लोकप्रियता में कोई कमी नहीं आई है। क्योंकि गोस्वामी तुलसीदास सामाजिक और पारिवारिक व्यवस्था और अनुशासन की बात अपनी रचनाओं में की थी। जिसकी अभी भी समाज को अनिवार्य रूप से करने की जरूरत है। तुलसीदास ने लोक और समाज से जुड़े लगभग सभी विषयों पर अपनी कलम चलाया है। मैं किसी भी धर्म के खिलाफ नहीं बोल रहा हूं। क्योंकि हर धर्म की अपनी मान्यता है, लेकिन हिंदू वर्ग के लोगों को तुलसी पूजन जरूर करना चाहिए। साथ ही अपने घरों में एक पौधा जरूर लगाना चाहिए।
जगदम महाविद्यालय के अंग्रेजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ प्रो अमरनाथ प्रसाद ने कहा कि जिस घर में तुलसी का पौधा होता है उस घर और परिवार में कभी भी बुरी छाया नहीं पड़ती है। तुलसी की कालजयी कृतियों पर चर्चा करते कहा कि गोस्वामी तुलसीदास अभी भी प्रासंगिक हैं। तुलसी जयंती में युवा वर्ग को भी शामिल किया जाना चाहिए। क्योंकि नई पीढ़ी को इस तरह के कार्यक्रम और अभियान से जुड़ कर तुलसी पूजन समारोह का आयोजन करें। साथ ही साथ तुलसीदास के संबंध में जानकारी हासिल करनी चाहिए।
स्कूल की नन्हे नन्हे बच्चों और छात्र छात्राओं द्वारा मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन कर आगत अतिथियों का मन मोह लिया। इस अवसर पर प्रियंका कुमारी, अमित रंजन, कंचन बाला, पुष्पा सिंह, मनीषा देवी, प्रीति श्रीवास्तव, एसके श्रीवास्तव, ओम प्रकाश आजाद, नेहा कुमारी, रोहित कुमार, आकाश कुमार, निशिकांत कुमार, खुशी कुमारी, ईशा कुमारी सहित कई अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।