फाइलेरिया के तहत नाईट ब्लड सर्वें के लिए सीएचओ और एएनएम को दिया गया प्रशिक्षण!
• 20 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों का लिया जायेगा ब्लड सैंपल
• रात्रि में लिया जायेगा ब्लड सैंपल
गोपालगंज (बिहार): गोपालगंज जिले में फाइलेरिया उन्मूलन को लेकर विभिन्न स्तर पर किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा फाईलेरिया बीमारी की पहचान के लिए नाईट ब्लड सर्वें अभियान चलाया जाना है। इसको लेकर सदर अस्पताल में नाईट ब्लड सर्वें और एमएमडीपी को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया। जिसमे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, एलटी, एएनएम, बीसीएम और सीएचओ को प्रशिक्षण दिया गया। सर्वजन दवा सेवन अभियान से पूर्व नाइट ब्लड सर्वे भी किया जाना है। नाइट ब्लड सर्वे कर लोगों में माइक्रोफाइलेरिया परजीवी की मौजूदगी का पता लगाया जायेगा। सदर अस्पताल के एलटी इमाम अली, एसडीएच हथुआ के एलटी संजीत कुमार यादव और विश्वास स्वास्थ्य संगठन के ज़ोनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी के द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। इस दौरान सभी लैब टेक्नीशियन को माइक्रो फाइलेरिया की पहचान के लिए सही तरीके से ब्लड सैंपल की जांच करते हुए उसमें छिपे फाइलेरिया कीटाणु की पहचान करने की जानकारी दी गई।
माइक्रो फाइलेरिया की पहचान के लिए लोगों के ब्लड सैंपल का थिकनेस महत्वपूर्ण:
विश्व स्वास्थ्य संगठन के ज़ोनल कोऑर्डिनेटर डॉ माधुरी ने बताया कि शुरुआती समय में फाइलेरिया के कीटाणु लोगों के शरीर में छिपे रहते हैं, रात में ही एक्टिव होते हैं। रात में ही लोगों के शरीर के ब्लड सैंपल सही तरीके से लेकर माइक्रोस्कोप द्वारा उसकी सही तरह से जांच करने पर फाइलेरिया कीटाणु की पहचान हो सकती है। इसकी पहचान के लिए लोगों के ब्लड सैंपल का थिकनेस महत्वपूर्ण है। व्यक्ति के ब्लड सैंपल में खून की लंबाई 3 एमएम और चौड़ाई 2 एमएस होना चाहिए। लिए गए ब्लड सैंपल की 24 घंटे में जांच होने पर उसमें शामिल माइक्रो फाइलेरिया की पहचान हो सकती है।
प्रत्येक प्रखंड में बनाया जायेगा 2-2 साइट :
. जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ सुषमा शरण ने बताया कि नाईट ब्लड सर्वें के लिए प्रत्येक प्रखंड में एक स्थायी और एक अस्थायी साइट बनाया जायेगा। जहां ब्लड कलेक्शन किया जायेगा।जिले में फाईलेरिया उन्मूलन अन्तर्गत रात्रि रक्त पट्ट संग्रह सर्वे के लिए चयनित स्थायी एवं अस्थायी स्थल के आस-पास के क्षेत्र की आशा, आँगनबाड़ी, सीएचओ , वीबीडीएस एवं ए०एन०एम० कार्यकर्ता के माध्यम से प्रचार-प्रसार करवाया जायेगा। रात्रि रक्त पट्ट संग्रह (Night Blood Survey) कार्यक्रम रात्रि 8:30 बजे से 12:00 बजे तक होना है। इसमें फाइलेरिया रोग के दर की जाँच हेतु 20 वर्ष या 20 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों का ब्लड सेम्पल लिया जाता है।
प्रशिक्षण के दौरान वीडीसीओ प्रशांत कुमार, विपिन कुमार, राजेश कुमार, वीबीडीसीसी अमित कुमार,सिफार के डीसी नेहा कुमारी, पिरामल के प्रोग्राम लीड सुमन कुमार मौजूद थे।