किसान पंचायत में बोले शैलेश गिरी: झारखंड भी किसानों के सशक्त आंदोलन से अछूता नहीं रहेगा!
साहेबगंज (झारखंड): भारतीय हलधर किसान यूनियन द्वारा पूर्व आयोजित कार्यक्रम के अनुसार रेलवे इंस्टीट्यूट मैदान, साहेबगंज में एक किसान पंचायत डॉ शैलेश कुमार गिरि - राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता सह बिहार-झारखंड प्रदेश प्रभारी के कुशल निर्देशन में अजय कुमार यादव- प्रदेश उपाध्यक्ष और लक्ष्मण गोप जिला अध्यक्ष के नेतृत्व में आयोजित हुई। इस किसान पंचायत में दर्जनों स्थानीय किसानों ने बढ़ चढ़ कर हिस्सा लिया। भारतीय हलधर किसान यूनियन के नवनियुक्त अजय कुमार यादव प्रदेश उपाध्यक्ष और लक्ष्मण गोप जिला अध्यक्ष साहिबगंज ने अपने संबोधन में अलग-अलग तरीके से सबसे पहले झारखंड के साहिबगंज में किसानों पर हो रहे तरह तरह सरकारी अनदेखी रुपी शोषण से निजात दिलाने के लिए संवैधानिक व गांधीवादी तरीके से धारणा प्रर्दशन, आंदोलन और कानूनी लड़ाई लड़कर न्याय दिलाने की बात कहा और अधिक से अधिक संख्या में भारतीय हलधर किसान यूनियन से साहिबगंज सहित पूरे झारखंड के किसानों को जुड़ने का आह्वान किया।
तत्पश्चात प्रदेश उपाध्यक्ष अजय कुमार यादव ने डॉ शैलेश कुमार गिरि राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता व बिहार-झारखंड प्रदेश प्रभारी को विडियो कॉल कर किसान पंचायत में उपस्थित किसानों को संबोधित करने हेतु जोड़ा। भारतीय हलधर किसान यूनियन के राष्ट्रीय मुख्य प्रवक्ता शैलेश कुमार गिरि ने जुड़ते ही किसान पंचायत को संबोधित करते हुए कहा कि पीएमएफबीवाई 18 फरवरी 2016 को 8 वर्ष पहले शुरू की गई प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों को उनकी उपज के लिए एक बीमा है। जिस योजना का उद्देश्य किसानों के प्रीमियम बोझ कम करना और बीमित राशि के लिए फसल बीमा दावे का शीघ्र निपटान सुनिश्चित करना है। पीएमएफबीवाई का उद्देश्य फसल की विफलता पर बीमा कवर प्रदान करना है, जिससे किसानों की आय को अस्थिर होने से रोका जाए। इसमें खाद्य, तिलहन, वार्षिक वाणिज्यिक, बागवानी फसलें सम्मिलित हैं, जिनके लिए पिछले उपज के उपलब्ध आंकड़े के आधार पर योजना को पैनलाइज कर संबंधित राज्य सरकार द्वारा चयनित सामान्य बीमा कंपनियों द्वारा कार्यान्वित किया जाता है।
उन्होंने कहा कि साहिबगंज, झारखंड के किसानों ने प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बहुत बड़े पैमाने पर गबन का आरोप लगाते हुए लोक अदालत में भी लगायी और अब स्थानीय किसान अगले कुछ सप्ताहों में इससे संबंधित जनहित याचिका भी दायर कर सकते हैं। मैं झारखंड के माननीय मुख्यमंत्री, कृषि मंत्री, कानून मंत्री व वित्त मंत्री को ये बताना चाहता हूं कि समय रहते माननीय मंत्री किसानों के कष्ट को समझते हुए, मामले की गंभीरता को समझे और किसान नेताओं से मिलकर मामले का समाधान निकालने का प्रयास करें अन्यथा झारखंड भी किसानों के सशक्त आंदोलन से अछूता नहीं रहेगा। मैं साहेबगंज झारखंड के किसानों को ये बताना चाहता हूं कि किसी भी बड़े से बड़े समस्याओं के समाधान के लिए ताकत, मजबूती और शक्ति की आवश्यकता होती है तो यह आप सबों में कैसे आएगा। आप सभी जानते हैं कि यह कलियुग है और ऐसा ही कहा भी गया है कि संगे शक्ति कलियुग के तो सबसे पहले साहेबगंज झारखंड के किसानों को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए भारतीय हलधर किसान यूनियन से जुड़ कर जिला, प्रमंडल, प्रखंड, पंचायत और वार्ड स्तर पर पदाधिकारी कार्यकारिणी सदस्य बन सदस्यता लेनी होगी।
यहां मैं आपको ये बता दूं साहिबगंज जिले की अनुमानित जनसंख्या लगभग 13 होगी। जिसमें किसान लगभग 8 लाख होगें। आपके जिले में अनुमानतः 9 प्रखंड 166 पंचायत और 1349 गांवों के 166 पंचायतों में वार्ड भी करीब करीब 350 होने चाहिए। एक अनुमान के अनुसार किसान यूनियन के कम से कम 10 पदाधिकारी और 10 ही कार्यकारिणी सदस्य ही जुड़े तो इस प्रकार हर स्तर पर जिला 25 प्रखंड -180. पंचायत -3320, वार्डों में-6640 तो आपके संगठन की कुल संख्या - 10165 होगी।
अब आप जरा एक बार सोचकर देखें कि आप सभी किसी भी जायज मांगों को संवैधानिक तरीके से लेकर किसी भी पटल पर चलें तो है किसी की हिम्मत की आप किसानों को कोई भी नजर अंदाज कर के चले। लगातार 378 दिन चले किसानों के आंदोलन प्रेरणा लें और आंदोलन का शंखनाद करें। मैंने आवाज़ किसानों को दी है बड़े नाज़ के साथ। किसान भी आवाज़ मिला दो मेरी आवाज़ के साथ। यदि कोई समझता है कि किसान कमजोर है तो ये समझने की भूल न करें। इसलिए मैं कहता हूं कि किसान देश की कमजोरी नहीं देश की ताकत है। सोचो, समझो साथ दो और आवाज़ दो। हम सब भारतीय हलधर किसान यूनियन के साथ हैं।