फाइलेरिया उन्मूलन अभियान- प्रखंडों में नाइट ब्लड सर्वे अभियान की हुई शुरुआत, पहले दिन 2217 लोगों का किया गया रक्त संग्रह!
फाइलेरिया जैसी बीमारी को मिटाने के लिए नाइट ब्लड सर्वे में अधिक से अधिक अपने रक्त की कराएं जांच: जिलाधिकारी
लक्ष्य को पूरा करने में आप सभी की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण: सिविल सर्जन
नाइट ब्लड सर्वे में विभागीय पदाधिकारियों को अनुश्रवण के लिए किया गया प्रखंडो को आवंटित: पर्यवेक्षण: डीवीबीडीसीओ
सिवान (बिहार): फाइलेरिया जैसी बीमारी को जड़ से मिटाने के उद्देश्य से स्वास्थ्य विभाग लगातार प्रयास कर रहा है। क्योंकि हाथी पांव जैसी लाइलाज बीमारी के उन्मूलन के लिए डब्ल्यूएचओ, पिरामल स्वास्थ्य, सेंटर फॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सिफार) एवं पीसीआई जैसे सहयोगी संगठनों द्वारा सामुदायिक स्तर पर सहयोग किया जा रहा है। जिसको लेकर स्थानीय शहरी क्षेत्र के अलावा जिले के सभी प्रखंडों में नाइट ब्लड सर्वे (एनबीएस) अभियान की शुरुआत की गयी है। जिलाधिकारी मुकुल कुमार गुप्ता और स्वास्थ्य विभाग द्वारा संयुक्त रूप से जिलेवासियों से अपील की गयी है कि फाइलेरिया जैसी बीमारी को मिटाने के लिए नाइट ब्लड सर्वे में अधिक से अधिक अपने रक्त की जांच कराएं। ताकि जिला ही नहीं बल्कि राज्य और पूरे देश से फाइलेरिया जैसी गंभीर बीमारी से निजात मिल सके। पहले दिन सेंटिनल साइट पर 1482 रक्त संग्रह किया गया है जबकि रैंडम साइट पर 735 लोगों का रक्त संग्रह किया गया है ताकि उन रक्त के नमूने को स्लाइड के माध्यम से माइक्रो फ़ाईलेरिया की जांच कराया जा सके।
सदर प्रखंड के जीयाय गांव स्थित अंबेडकर भवन में सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डीवीबीडीसीओ डॉ ओम प्रकाश लाल के द्वारा संयुक्त रूप फीता काट कर विधिवत रूप से उद्घाटन किया गया। वहीं इस अवसर पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सदर के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ नेसार, बीएचएम मोहम्मद गुलाब रब्बानी, वीडीएस जावेद मियांदाद, पीरामल स्वास्थ्य के जिला प्रमुख कुंदन कुमार, पंचायत प्रतिनिधि पवन कुमार सहित लैब टेक्नीशियन, आंगनबाड़ी सेविका और सहायिका, आशा फैसिलिटेटर और आशा कार्यकर्ता सहित कई अन्य उपस्थित थे।
लक्ष्य को पूरा करने में आप सभी की जिम्मेदारी महत्वपूर्ण: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद ने कहा कि 27 नवंबर से नाइट ब्लड सर्वे (एनबीएस) अभियान का शुभारंभ सदर प्रखंड के जियाय गांव स्थित अंबेडकर भवन में किया गया है। वहीं शेष सभी चयनित स्थलों पर संबंधित चिकित्सा पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक और संबंधित स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों के द्वारा संयुक्त रूप से उद्घाटन किया गया है। लेकिन सबसे अहम बात यह है कि तय समय सीमा के अंदर शत- प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के लिए स्वास्थ्य विभाग और पीरामल स्वास्थ्य के अलावा स्थानीय स्तर पर शहरी क्षेत्र के वार्ड पार्षद, पंचायत जनप्रतिनिधियों के साथ ही आशा कार्यकर्ता एवं आंगनबाड़ी सेविकाओं की भूमिका काफ़ी महत्वपूर्ण मानी गई है। लक्ष्य को शत प्रतिशत पूरा करने के लिए अधिक से अधिक रक्त का नमूना संग्रह करने में अपने- अपने कार्यों का निर्वहन ईमानदारी के साथ करने की आवश्यकता है।
नाइट ब्लड सर्वे में विभागीय पदाधिकारियों को अनुश्रवण के लिए किया गया प्रखंडो को आवंटित: पर्यवेक्षण: डीवीबीडीसीओ
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी (डीवीबीडीसीओ) डॉ ओम प्रकाश लाल ने बताया कि नाइट ब्लड सर्वे की शत प्रतिशत सफ़लता को लेकर जिलास्तरीय पर्यवेक्षण टीम का गठन किया गया है। डीवीबीडीसीओ को जिले के सभी प्रखंडो का भ्रमण और अनुश्रवण करने के लिए निर्देशित है। वहीं डीवीबीडीसी नीरज कुमार सिंह को लकड़ी नबीगंज, गोरेयाकोठी, बसंतपुर और महाराजगंज जबकि वीडीसीओ प्रीति आनंद को सदर प्रखंड, हुसैनगंज, मैरवा और गुठनी प्रखंड की जिम्मेदारी सौंपी गई हैं। इसी तरह वीडीसीओ विकास कुमार को बड़हरिया, पचरुखी, भगवानपुर हाट और दारौंदा तो कुंदन कुमार को आंदर, जिराड़ेई, नौतन और दरौली प्रखंड में रक्त संग्रह करने के दौरान अनुश्रवण करने को लेकर भ्रमण करने के लिए दिशा निर्देश दिया गया है। इसके अलावा पीरामल स्वास्थ्य के टीम के सदस्यों का सहयोग किया जा रहा है।